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कृषि बिल के विरोध में क‍िसानों ने जाम क‍िया हाईवे, चप्‍पे-चप्‍पे पर फोर्स तैनात

Opposition to agricultural bill हक के ल‍िए क‍िसानों ने आवाज बुलंद की है। उन्‍होंने हाईवे जाम कर द‍िया है। पुलिस प्रशासन ने खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए हैं। सुरक्षा व्‍यवस्‍था के ल‍िहाज से सुबह ही पुलिस हाईवे पर पहुंच गई।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 10:36 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 01:20 PM (IST)
कृषि बिल के विरोध में क‍िसानों ने जाम क‍िया हाईवे, चप्‍पे-चप्‍पे पर फोर्स तैनात
मांगों को लेकर सम्‍भल में जाम लगाकर बैठे क‍िसान। जागरण

मुरादाबाद, जेएनएन। Opposition to agricultural bill। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकताओं ने हाईवे जाम कर दिया है। किसान सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि कृषि बिल को वापस लिया जाए। वहीं व्‍यवस्‍था बनाने के ल‍िए पु‍लिस को काफी मशक्‍‍‍कत करनी पड़ रही है। 

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भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में किसान ट्रैक्टर ट्राली लेकर दिल्ली मुरादाबाद हाईवे पर पहुंच गए। इसके बाद किसानों ने हाईवे जाम कर दिया। इस मौके पर मुख्य रूप से किसान नेता ऋषि पाल सिंह, नौ सिंह, यशपाल सिंह, महेंद्र सिंह रंधावा आदि मौजूद रहे। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा। वे किसी भी कीमत पर आंदोलन नहीं टालेंगे। इस बार लड़ाई आर-पार की होगी।

पहले ही कर द‍िया था एलान 

कृषि बिल के खिलाफ किसानों ने सड़कों पर उतरने का एलान पहले ही कर द‍िया था। इसके तहत शुक्रवार को सुबह 11 बजे किसान हाईवे पर पहुंच गए। किसानों का यह आंदोलन अनिश्चितकालीन है। क‍िसान तंबू भी साथ में लेकर पहुंचे हैं। पुलिस प्रशासन ने खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए हैं। सुबह से ही पुलिस हाईवे पर पहुंच गई थी। 

शुक्रवार को केंद्रीय आह्वन पर भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने तीन किसान विरोधी अध्यादेशों के खिलाफ एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाने को लेकर आंदोलन करने का एलान किया। पूरे उत्तर प्रदेश में किसान सड़कों पर हैं। भाकियू के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि इस बार लड़ाई आरपार की होगी। सड़क पर ही तंबू लगाकर किसान बैठेें। इसमें तहसील एवं ब्लॉक के पदाधिकारियों भी पूरी तैयारी के साथ पहुंचे हैं। भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता ऋषिपाल सिंह ने बताया कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष का संदेश आ गया है। किसानों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा। केंद्र और राज्य सरकार किसान विरोधी हैं। कृषि बिल लाकर खेती को बर्बाद करने की साजिश की जा रही है। पूंजीपतियों के इशारे पर यह बिल लागू किया जा रहा है। किसान अब जाग चुका है। किसी भी हाल में चुप नहीं बैठेगा, आर-पार की लड़ाई होगी। सरकार जब तक काले कानून को वापस नहीं लेगी आंदोलन जारी रहेगा। 

सम्‍भल में भी चक्‍का जाम 

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रव्यापी चक्का जाम के तहत बहजोई में कार्यकर्ता नेशनल हाईवे पर बैठ गए हैंं। दोपहर एक बजे के करीब फोर लेन में एक ओर का हाईवे पूरी तरह से बाधित है। पुलिस ने वाहनों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया है। इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रमुख महासचिव विजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि इन कानूनों का किसान पहले से ही विरोध कर रहे हैं। अब संगठन की ओर से भी राष्ट्रव्यापी चक्का जाम हो रहा है। 

वाहनों को किया जा रहा डायवर्ट

बहजोई में भाकियू के द्वारा लगाए गए जाम के बाद पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर वाहनों को डाइवर्ट करना शुरू कर दिया है। एक ओर अलीगढ़ की ओर से मुरादाबाद जाने वाले वाहनों को बबराला के नूरपुर तिराहे से रजपुरा-गवां की ओर भेजा जा रहा है। इन्हें सम्‍भल के रास्ते मुरादाबाद भेजा जाएगा। इसके अलावा कुछ वाहनों को जुनावई के रास्ते इस्लामनगर होते हुए चन्‍दौसी भेजा जा रहा है। वहीं, जो वाहन बहजोई में फंसे हुए हैं उन्हें चन्‍दौसी के लिए इस्लामनगर के रास्ते भेजा जा रहा है। कुछ को बहजोई से पहले सम्‍भल के लिए डायवर्ट किया जा रहा है जबकि मुरादाबाद से बबराला की ओर जाने वाले वाहनों को भी बहजोई से पहले ही बाईपास से डाइवर्ट किया जाएगा। सबसे ज्यादा दिक्कतें रोडवेज बसों को हो रही है। 


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