किसानों को मिलेगा बर्बाद हुई फसल का मुआवजा, आपत्तियों का होगा निस्तारण
मुआवजा सूची में बनाने वाले राजस्व कर्मचारियों पर सूची में धांधली बरतने का आरोप लगने पर एसडीएम ने तहसीलदार को कम्प्यूटराइज सूची बनाने के निर्देश दिए है जिसके बाद इन सूचियों का प्रकाशन कराने के बाद आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी।
सम्भल, जेएनएन। बरसात व ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल के मुआवजे के लिए राजस्व विभाग की ओर से सूचियां बनाई गई, जिस पर बहुत से किसानों ने कानूनगो व लेखपालों पर सही से सूची न बनाने का आरोप लगाया है। इस पर एसडीएम ने सूचियों में शामिल नामों को लेकर आपत्तियां मांगी है, जिनके निस्तारण के बाद पांच अक्टूबर को मुआवजा का वितरण किया जाएगा।
तहसील क्षेत्र में ओलावृष्टि व बरसात से किसानों की आलू व सरसोंं की फसल बर्बाद हो गई थी। ऐसे में प्रशासन की ओर से ऐसे किसानों की सूची तैयार की गई थी, जिनकी फसल खेत में बर्बाद हो गई थी। सूची में शामिल किसानों को सरकार की ओर से मुआवजे के लिए धनराशि भी आवंटित कर दी गई, लेकिन जैसे ही किसानों को मुआवजा वितरण की खबर लगी तो सभी सूची देखने लगे। इस पर कुछ गांवों में किसानों ने लेखपाल व कानूनगो पर सूची बनाने में धांधली बरतने का आरोप लगाया। ग्रामीण क्षेत्रों से मुआवजा सूची में बनाने वाले राजस्व कर्मचारियों पर सूची में धांधली बरतने का आरोप लगने पर एसडीएम ने तहसीलदार को कम्प्यूटराइज सूची बनाने के निर्देश दिए है, जिसके बाद इन सूचियों का 27 सितम्बर से 29 सितंबर तक प्रकाशन कराने के बाद आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। इसके बाद 30 सितंबर, एक व तीन अक्टूबर को इन आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा और इन आपत्तियों के निस्तारण के बाद पांच अक्टूबर को मुआवजे की राशि का पात्र किसानों को वितरण किया जाएगा। एसडीएम दीपेंद्र यादव ने बताया कि तहसील क्षेत्र क 244 गांवोंं के करीब 25454 किसानों के नाम सूची में शामिल है। ऐसे में इन किसानों को सत्यापन करने के बाद उन्हें पांच अक्टूबर को मुआवजा वितरित किया जाएगा। क्योंकि सूची में कुछ अपात्र लोग भी शामिल हो गए हैंं।