फसलों के मुआवजे के लिए किसानों ने उठाई आवाज, कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन, पुलिस कर्मियों से झड़प
भारतीय किसान यूनियन अंबावता ने बाढ़ से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा एक लाख रुपये प्रति हेक्टयर दिए जाने की मांग को लेकर जुलूस निकाला। कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया। कलट्रेट में घुसने से राेकने पर किसानों की पुलिस से झड़प हुई।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। रामपुर में भारतीय किसान यूनियन अंबावता ने बाढ़ से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा एक लाख रुपये प्रति हेक्टयर दिए जाने की मांग को लेकर जुलूस निकाला। कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया। कलट्रेट में घुसने से राेकने पर किसानों की पुलिस से झड़प हुई। अपने तयशुदा कार्यक्रम के तहत भारतीय किसान यूनियन अंबावता कार्यकर्ता व पदाधिकारी वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहम्मद हनीफ वारसी के नेतृत्व में अंबेडकर पार्क में एकत्र हुए।
केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां नारेबाजी करते हुए किसानों को देख पुलिस प्रशासन का गेट बंद कर दिया। इससे किसान नेता भड़क गए। किसानों की झड़प हुई। जबरदस्ती गेट खोल कर अंदर पहुंच गए। मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। इससे पहले अंबेडकर पार्क में वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहम्मद हनीफ वारसी ने कहा कि किसानों का बहुत बुरा हाल है। किसानों की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। बेमौसम बारिश और सैलाब ने किसानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। अब सरकार को चाहिए कि किसानों का पूरी तरह से कर्ज माफ करें तथा किसानों को प्रति हेक्टेयर एक लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। किसान मजदूर के सभी तरह के कर्ज माफ किए जाएं। किसान मजदूरों की बैंकों द्वारा आरसी काटी गई हैं उनको वापस किया जाए।