ईंट भट्ठे के हॉल में गिरकर जिंदा जल गया दूसरे भट्ठा का मालिक, थोड़ी ही देर में जल गया पूरा शरीर
नरेश अचानक अपना भट्ठा छोड़कर अपने गांव के भट्ठे के मालिक लालाराम और धर्मपाल के पास घूमने गया था। जहां पर वह मौजूद नहीं मिले। ऐसे में वह भटठा देखने लगा। भटठे में बने हॉल पर पटिया रखी थी। उसके ऊपर पैर रख गया।
मुरादाबाद, जेएनएन। सम्भल जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र के सिंहदलनपुर गांव में नरेश (40) ने अपना भट्ठा थाना क्षेत्र के लहरारतू गांव में खोला है। आसपास अन्य भटठे भी लगाए हैंं। बुधवार की देर शाम नरेश अचानक अपना भट्ठा छोड़कर अपने गांव के भट्ठे के मालिक लालाराम और धर्मपाल के पास घूमने गया था। जहां पर वह मौजूद नहीं मिले। ऐसे में वह भटठा देखने लगा। भटठे में बने हॉल पर पटिया रखी थी। उसके ऊपर पैर रख गया। वजन ज्यादा होने से पटिया टूट कर गिर गई उसके साथ नरेश भी गिर गया। जिससे वहां पर मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। काफी शोर-शराबा हुआ। उसके बाद वहां मजदूरी कर रहे लोगों के अलावा नरेश का भतीजा सत्यभान भी मौके पर पहुंचा। उन्होंंने पुलिस को फोन कर घटना की सूचना दी। हालांकि तब नरेश पूरी तरह से जल चुका था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जले हुए शरीर के अंग को एकत्रित कर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
जब तक बचाव होता तब तक जल गया पूरा शरीर
भटठे में गिरते ही नरेश का शरीर जलने लगा और वह चिल्लाता रहा लेकिन किसी को बचाने का मौका भी नहीं मिला। रात में ही पुलिस भी पहुंच गई लेकिन नरेश का शरीर साठ से अस्सी प्रतिशत जल चुका था। बचे हुए धड़ को पुलिस ने बमुश्किल पंजी की सहायता से निकालकर कब्जे में लेकर पीएम को भेज दिया है। पुलिस ने मृतक के भाई कांता प्रसाद की तहरीर के अनुसार इत्तेफाक से हुई घटना की सूचना दर्ज कर ली है।
गांव में बनवाए थे भटठे
नरेश भट्ठा चलाने में माहिर था। नरेश ने यह भटठा भी अपनी देखरेख में बनवाया था। गांव में करीब पांच भट्ठे बनवाए हैं। छठा भट्ठा लहरारतू में बनवाया। यह भटठा भी एक महीने पूर्व में ही चालू किया गया था। मृतक नरेश की पत्नी व स्वजनों का रो रो कर बुरा हाल है।