गजरौला में करोड़ों की नकली एनसीइआरटी की किताबें छापने वाला कारखाना सील
अमरोहा जिले के गजरौला में मेरठ एसटीएफ ने छापा मारकर नकली किताब छापने वाला गोदाम पकड़ा था। सोमवार आधुनिक मशीनों वाले कारखाने को सील कर दिया।
अमरोहा, जेएनएन। गजरौला के औद्योगिक इलाके में पकड़े गए नकली किताबों के कारखाने को मेरठ की पुलिस ने सोमवार को सील कर दिया। यहां एसटीएफ के छापे में करीब 35 करोड़ से अधिक की छपी, अधछपी नकली एनसीइआरटी की किताबें, छपाई वाली मशीनें इत्यादि सामग्री मिली है।
बता दें कि मेरठ में एनसीआरटी की किताबों की कॉपी कर देशभर में सप्लाई करने वाले कारोबारी सचिन गुप्ता के यहां छापेमारी के बाद एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार की रात एक बजे गजरौला स्थित उसके मुख्य कारखाने - गोदाम पर भी छापा मारा। हालांकि यहां टीम के पहुंचने से पहले ही कर्मचारी ताला लगा कर फरार हो चुके थे लेकिन टीम ने गोदाम का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश कर भारी मात्रा में किताबें छपी हुई बरामद की थी, जो करोड़ों की आंकी गई है। मेरठ के सुशांक सिटी निवासी सचिन गुप्ता लगभग एक दशक से एनसीइआरटी की किताबों की कॉपी कर देश भर में सप्लाई करने का काला कारोबार कर रहा था।
गजरौला में औद्योगिक पुलिस चौकी क्षेत्र में हाईवे किनारे स्थित एएसपी फैक्ट्री के बराबर वाले रास्ते से हनुमान मंदिर के पीछे स्थित गोदाम में छप रही थी। यहां छोटी बड़ी -बड़ी 24 मशीनें लगी हुई थी। 66 हजार तैयार किताबे मिली है। 500 अधछपी किताबों के बंडल मिले हैं। करोड़ों रुपये की अलग-अलग कक्षाओं की किताबें हैं। इसे सोमवार को सील कर दिया। परतापुर थाने के प्रभारी निरीक्षक आनन्द प्रकाश मिश्रा ने बताया कि सुनील गुप्ता द्वारा यह धंधा लगभग 10 सालों से किया जा रहा था। एनसीइआरटी की किताबों की कॉपी कर पूरे देश में सप्लाई की जाती थी। इसकी आगे विवेचना की जा रही है।