आज भी हो सकती है बारिश कल से फिर आग उगलेगा सूरज
पिछले कई दिनों से तेज धूप के कारण हाल-बेहाल था। मंगलवार को अचानक से बदला नजर आया। सुबह से ही घिरे बादल आठ बजे के आसपास बरसने लगे।
मुरादाबाद, जेएनएन। पिछले कई दिनों से तेज धूप के कारण हाल-बेहाल था। मंगलवार को अचानक से बदला नजर आया। सुबह से ही घिरे बादल आठ बजे के आसपास बरसने लगे। हालांकि बारिश तो ज्यादा नहीं हुई, लेकिन पानी गिरने से पारा काफी हद तक नीचे जरूर गिर गया। अचानक हुई बारिश ने गेहूं की कटाई कर रहे किसानों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बुधवार को बारिश की संभावना तो बन रही है, लेकिन गुरुवार से मौसम एकदम साफ हो जाएगा।
सोमवार को साफ रहा मौसम रात दो बजे अचानक बदल गया। तेज हवाओं के साथ आई आंधी ने पारे को नीचे गिराना शुरू कर दिया। बदले मौसम के कारण मंगलवार को तापमान सोमवार से छह डिग्री नीचे गिर कर 31.8 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान 22.3 डिग्री रहा। सुबह हुई हल्की बारिश के बाद दिनभर धूप भी नहीं खिली। जिला मौसम विज्ञान केंद्र प्रभारी निसार अहमद का कहना है कि बादल छाए रहने के कारण पारा इतना नीचे गिरा है। बुधवार को भी पारा एक से दो डिग्री गिरने और बारिश की संभावना है।
गुरुवार से साफ हो जाएगा मौसम
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश अचानक से नहीं आई है। कई दिन से बादल आसमान में छाए हुए थे, जो मंगलवार को बरस गए। निसार अहमद ने बताया कि 17 को भी पानी गिरने की संभावना तो है, लेकिन पानी ज्यादा देर तक गिरने के आसार नहीं हैं। हालांकि गुरुवार से भी मौसम साफ होना शुरू हो जाएगा और एक बार फिर तेज धूप लोगों को परेशान करना शुरू कर देगी।
आंधी-बारिश से चौपट रही शहर की बिजली आपूर्ति
आंधी पानी के चलते मंगलवार को शहर की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से चौपट रही। मंगलवार की रात करीब दो बजे अचानक चली तेज आंधी के चलते आपूर्ति ठप हो गई। उसके बाद बारिश शुरू हो गई। आंधी और बारिश रुकने के बाद जैसे ही आपूर्ति शुचारू की गई, जगह-जगह फाल्ट सामने आने लगे। ट्रिपिंग की समस्या से लोग परेशान रहे।
शहर के विवेकानंद बिजली घर, रामगंगा विहार, पीटीसी, टैक्सी स्टैंड, कांशीराम नगर, शिवपुरी, गलशहीद, सीतापुरी, मंडी समिति, दिल्ली रोड समेत कई बिजली घरों पर आपूर्ति बाधित रही। फाल्ट को सही करने में कर्मचारी जुटे रहे। टैक्सी स्टैंड बिजलीघर की लाइन पर गिरे पेड़ को हटाने में एक कर्मी पेड़ से गिरकर घायल हो गया। आनन-फानन में कर्मियों ने उसे जिला अस्पताल में पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे विवेकानंद रेफर कर दिया गया। बिजली विभाग सुचारू आपूर्ति के भले ही लाख दावे करे, लेकिन हर बार आंधी बारिश में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से धड़ाम हो जाती है।
गेहूं की फसल हो हुआ नुकसान
उप कृषि निदेशक सीएल यादव ने बताया कि बरसात ज्यादा तो नहीं हुई है, फिर भी बे-मौसम हुई बूंदाबांदी से खेतों में पकी खड़ी गेंहू के दाने में सिकुडऩ हो सकती है। इसके अलावा खेतों में कटी पड़ी गेंहू की फसल गीली होने होने से किसानों को नुकसान होगा। दाना काला पड़ जाएगा। सूखने से इंतजार में खेतों में पड़ी फसल को जानवर भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। गेहूं के अलावा किसी फसल को बूंदाबादी से नुकसान नहीं हुआ है।