कर्मचारी कोरोना संक्रमित, मौत भी हो गई लेकिन कॉलेज प्रशासन लिखता रहा वेतन काटने की चिट्ठी
मुरादाबाद के केजीके कॉलेज में संवेदनहीनता का मामला सामने आया है। दरअसल कालेज का एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गया था। बाद में उसकी मौत भी हो गई लेकिन कालेज प्रशासन उसे पत्र लिखकर वेतन कटौती करने की बात कहता रहा।
मुरादाबाद। College employee Corona Infected। केजीके कॉलेज में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मौत के मामले में कॉलेज प्रशासन की लापरवाही का मामला सामने आया है। आरोप है कि कर्मचारी के कोरोना पीड़ित होने के बाद भी प्रबंधन उसको कॉलेज बुलाने का दबाव बनाता रहा और वेतन काटने के लिए पत्र भी जारी कर दिया गया। रविवार को कर्मचारी की कोरोना से मौत हो गई, जिसके बाद कर्मचारियाें ने इसकी शिकायत क्षेत्रीय अधिकारी से करने की बात कही है।
कर्मचारियों का कहना है कि कॉलेज में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कोरोना से पीड़ित हो गया था, जिसके बाद से वह कॉलेज में नहींआ रहा था। कर्मचारी की हालत बिगड़ने पर सप्ताह भर पहले उसे टीएमयू में भर्ती कराया गया था। लेकिन, इस बीच कॉलेज प्रबंधक की तरफ से कर्मचारी को पत्र लिखकर कॉलेज आकर काम करने का दबाव बनाया जाता रहा। इतना ही नहीं प्रबंधक की ओर से पत्र जारी करके कर्मचारी का सितंबर माह का वेतन रोकने की चेतावनी भी जारी कर दी गई। आरोप है कि, प्रबंधक की ओर से बनाए गए दबाव में कर्मचारी की मौत हो गई।
कर्मचारी चार सितंबर से बिना सूचना अनुपस्थित चल रहा था। इस समय प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, इसलिए प्रवेश समिति की ओर से मुझे कर्मचारी के अनुपस्थित होने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद ही मैंने उसे पत्र जारी किया था। लेकिन, पत्र जारी होने तक यह जानकारी नहीं थी कि कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव था।
- डॉ. एसडी द्विवेदी, प्राचार्य, केजीके कॉलेज