Effect of coronavirus : कोरोना कम कर रहा पैनक्रियाज की क्षमता, स्वस्थ होने के बाद हो रहीं दूसरी बीमारियां
कोरोना महामारी की दूसरी लहर संक्रमण के साथ लोगों को दूसरी बीमारियों का भी शिकार बना रही है। कोरोना संक्रमण का असर पैनक्रियाटाइटिस नामक बीमारी भी दे रहा है। ये शिकायत उन लोगों में देखी जा रही है जो पहले से डायबिटीज के मरीज नहीं थे।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर संक्रमण के साथ लोगों को दूसरी बीमारियों का भी शिकार बना रही है। कोरोना संक्रमण का असर पैनक्रियाटाइटिस नामक बीमारी भी दे रहा है। ये शिकायत उन लोगों में देखी जा रही है जो पहले से डायबिटीज के मरीज नहीं थे। संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए। उनकी जांच में शुरुआत में डायबिटीज नहीं थी। इंफेक्शन बढ़ने की वजह से दूसरे-तीसरे दिन डायबिटीज की पुष्टि हुई। हद तो ये हो गई कि उन्हें इंसुलिन देने के बाद बीमारी को कंट्रोल किया गया।
जिला अस्पताल में बने कोविड-एल टू अस्पताल में सात अप्रैल से 479 मरीजों का उपचार हो चुका है। इसमें 20 फीसद वे मरीज थे। जिन्हें पहले डायबिटीज नहीं थी। संक्रमण की वजह से उन्हें डायबिटीज हो गई। इस बात की पुष्टि रुटीन की डायबिटीज जांच में हुई। ऐसे तकरीबन 96 मरीज थे। जिन्हें अस्पताल से छुट्टी देने के बाद डायबिटीज कंट्रोल रखने की भी सलाह दी गई। इसके साथ ही उन्हें बताया गया कि डायबिटीज रोगी विशेषज्ञ से लगातार बात करते रहें। तीन माह में एक बार एचबीए-1 सी के साथ सुबह-शाम डायबिटीज की जांच करते रहें। इसके अलावा कुछ भी बदलाव नजर आए तो फौरन चिकित्सक से संपर्क करें।
कोरोना संक्रमण का असर फेफड़ों साथ पैनक्रियाज पर भी पड़ रहा है। तकरीबन 96 मरीजों में डायबिटीज भर्ती होने के तीसरे-चौथे दिन डायग्नोज हुई। अस्पताल से छुट्टी के वक्त मरीज को डायबिटीज की दवा भी लिखकर दी गई।
डॉ. प्रवीण शाह, कोविड-एल टू अस्पताल
कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी मरीज को अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखना है। किसी भी दिक्कत होने पर फौरन चिकित्सक से संपर्क करना है। इसमें लापरवाही बरतने की जरूरत नहीं है। डॉक्टर द्वारा बताई गई सलाह पर अमल करें।
डॉ. संजीव बेलवाल, कोविड-एल टू अस्पताल