मुरादाबाद में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन पूरी तरह लागू नहीं, रैंकिंग गिरने के डर से हटवाए कूड़ेदान
स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को कूड़ा फ्री बनाने के लिए डाेर टू डोर कूड़ा कलेक्शन जरूरी है। डोर टू डोर हाेने के बाद कूड़ेदान मिले तो रैंकिंग गिरने का खतरा है। इसे देखते हुए शहर में कई जगहों से कूड़ेदान ही हटवा दिए गए हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को कूड़ा फ्री बनाने के लिए डोर टू डोर लागू कूड़ा कलेक्शन पूरी तरह लागू होने से पहले कूड़ेदान हटा दिए गए हैं। कारण, डोर टू डाेर से सीधे कूड़ा एमआरएफ सेंटर तक जाएगा। अगर सर्वेक्षण में कूड़ेदान रखे मिले तो रैंकिंग घट सकती है। लेकिन, अच्छी रैंकिंग के लिए यह प्रयास उलटा न पड़ जाए। क्योंकि जिस जगह कूड़ेदान रखे थे, वहां लोगों ने सड़क पर कूड़ा डालना शुरू कर दिया है। इसका मतलब है कि नगर निगम का डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन 38 वार्डों में पूरी तरह शुरू नहीं हो पाया है।
कांठ रोड पर रामगंगा विहार द्वितीय से कूड़ेदान हटाकर खाली प्लॉट में फेंक दिए हैं, पानी में पड़े यह कूड़ेदान गल चुके हैं। कूड़ेदान खाली प्लाट में फेंकने से पहले डोर टू डोर व्यवस्था मजबूत करनी चाहिए थी। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में इस बार शहर को कूड़ा फ्री बनाने के लिए कूड़ेदान रखने की बजाय डोर टू डोर व्यवस्था बनाना जरूरी है। जिससे घरों से सीधे एमआरएफ में कूड़ा जाएगा और वहां से गीला व सूखा कूड़ा छंटने के बाद सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में जाकर निस्तारित होगा।
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को दो कंपनी ने काम करना शुरू कर दिया है। इस संबंध में जानकारी ली जाएगी कि सड़कों पर कूड़ा क्यों पड़ रहा है। डोर टू डोर को प्राथमिकता के आधार पर मजबूत किया जाना है।
गंभीर सिंह, सहायक नगर आयुक्त
पहले कूड़ेदान था तो उसमें कूड़ा डाला जाता था लेकिन, अब उसे उठा लिया है तो लोग सड़क पर ही डालकर जा रहे हैं।
सुनील सैनी
कूड़ेदान हटाने से तो और गंदगी सड़कों पर पसर रही है। सर्वेक्षण टीम क्या सड़क पर कूड़ा देखकर अच्छे अंक देगी।
अमित गुप्ता
कूड़ेदान को हटाने से पहले व्यवस्था को मजबूत करना चाहिए था लेकिन, ऐसा न करके कूड़ेदान पहले हटा लिए।
अवनीश वैश्य
कूड़ेदान रखने से कम से कम सड़क पर तो कूड़ा नहीं दिखाई देगा। इन्हें हटाने से गंदगी बढ़ गई है।
अजीत सिंह