प्राइवेट बस में न करें सफर, बीच रास्ते में पड़ सकता है उतरना, ये है वजह
अगर आप प्राइवेट बस से सफर कर रहे है तो सावधान हो जाएं। बीच रास्ते में परिवहन विभाग बस को सीज कर सकता है ऐसे में बीच रास्ते में ही यात्रियों को उतरना पड़ सकता हैं। कोरोना के बाद यूपी रोडवेज की आर्थिक हालत खराब हो गई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। अगर आप प्राइवेट बस से सफर कर रहे है तो सावधान हो जाएं। बीच रास्ते में परिवहन विभाग बस को सीज कर सकता है, ऐसे में बीच रास्ते में ही यात्रियों को उतरना पड़ सकता है।
कोरोना के बाद यूपी रोडवेज की आर्थिक हालत खराब हो गई है। सरकार आर्थिक स्थिति को सुधार करने का काफी प्रयास कर रही है। इसके बाद भी आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। सर्वे कराने पर पता चला कि नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर प्राइवेट बसों को संचालन के लिए परमिट नहीं दिया जाता है। इस मार्ग पर केवल रोडवेज की बसों को चलने के लिए परमिट जारी किया जाता है। प्राइवेट बस संचालक इस नियम का खुला उल्लंघन करते हैं, खुले आम इन मार्गों पर बसों का संचालन किया जाता है। इससे रोडवेज की आय प्रभावित हो रही है। प्रदेश सरकार को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने रोडवेज व परिवहन विभाग को संयुक्त रुप से चेकिंग अभियान चलाने का आदेश दिया है। इस आदेश के बाद 12 मार्च से 14 मार्च तक टोल प्लाजा पर दोनों विभाग के अधिकारी 24 घंटे डग्गामार वाहनों की चेकिंग करने लगे हैं। संयुक्त चेकिंग में 21 डग्गामार वाहनों को पकड़ा है और सीज कर दिया है। सीज बसों के यात्रियों को रोडवेज की बस उपलब्ध कराई गई। यात्रियों ने रोडवेज बस में किराया देकर आगे का सफर पूरा किया। 15 मार्च से 17 मार्च तक दोनों विभाग के अधिकारी नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर चेकिंग करना शुरू कर देंगे। ऐसे में अगर प्राइवेट बसों से चलना है तो 18 मार्च के बाद ही चलें।