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सावधान! आपकी सेहत को खराब न कर दे कहीं मिलावटी खोया

त्योहारों पर दूध की आपूर्ति सीमित रहती है। लेकिन त्योहारों पर मावा डिमांड के अनुसार लोगों को दिया जाता है। जब भी डिमांड बढ़ती है तभी नकली मावा बनाने काम शुरू कर दिया जाता है। इससे मिठाई तैयार कर अच्छा मुनाफा कमाया जाता है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 01:20 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 01:20 PM (IST)
सावधान! आपकी सेहत को खराब न कर दे कहीं मिलावटी खोया
सावधान! आपकी सेहत को खराब न कर दे कहीं मिलावटी खोया

सम्भल, जेएनएन। आप बाजार में खोया खरीदने जा रहे है तो सावधान हो जाइएगा। क्योंकि इस समय शहर में मिलावटी मावे की भरमार है। इस समय दीपावली व सहालग के चलते मावा की मांग अधिक है जबकि मांग के अनुरूप असली मावा उपलब्ध नहींं लेकिन इस मांग को मिलावट खोर नकली मावा से पूरा कर रहे हैं।  क्योंंकि बाजार में तमाम मिलावटखोर सक्रिय है, जो नकली मावे की आपूर्ति करके लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं।                

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त्योहारों पर दूध की आपूर्ति सीमित रहती है। त्योहार होते है तो मावा की डिमांड बढ़ जाती है, लेकिन जब दूध की आपूर्ति सीमित रहती है उसके बाद भी त्योहारों पर मावा डिमांड के अनुसार लोगों को दिया जाता है। इसका सीधा मतलब है कि जब भी डिमांड बढ़ती है तभी नकली मावा बनाने काम शुरू कर दिया जाता है। अब दीपावली का त्योहार करीब है,ऐसे में दूध की कमी व अधिक मुनाफा कमाने के फेर में मिलावटखोर मावा बनाने के लिए दूध की बजाय केमिकल, उबले आलू, शकरकंद, रिफाइंड तेल उपयोग कर रहे हैं। इससे नकली मावा व पनीर तैयार किया जाता है और इससे मिठाई तैयार कर अच्छा मुनाफा कमाया जाता है। हालांकि खाद्य विभाग ने मिलावट रोकने के लिए कमर कस ली है, लेकिन यह देखना होगा कि विभाग कितने हद तक नकली मावा बाजार में आने से रोकने में कामयाब हो पाता है।

ऐसे करे असली नकली मावे की पहचान

मावा या खोया को अपने अंगूठे के नाखून पर रगड़ें, अगर यह असली है तो इसमें से घी की महक आएगी और खुशबू देर तक रहेगी। खोया की हथेली पर गोली बनाएं। फटने लग जाए तो समझिए मावा नकली है या फिर इसमें मिलावट है। दो ग्राम मावा का पांच मिली लीटर गरम पानी में घोल बनाकर ठंडा कर लें। इसके बाद आयोडीन सॉल्यूशन डालें। रंग नीला हो जाए तो मावा नकली है। मावे में चीनी डालकर गरम करने पर अगर यह पानी छोडने लगे तो मावा नकली है। असली मावा खाने पर कच्चा दूध जैसा हो जाएगा। विश्वसनीय दुकान से मावा खरीदें। खोया असली है तो वो चिपचिपा नहीं होगा। दो दिन पुराना मावा न खरीदें।

क्या बोले अधिकारी

बाजार में नकली मावा न पहुंच पाए इसके लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। व्यापारियों के साथ बैठक कर उन्हें हिदायत दे दी गई है कि अगर किसी ने नकली मावा बनाने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह छापेमारी दीपावली तक जारी रहेगी।

-डॉ. पीके त्रिपाठी, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी


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