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न आएं किसी के झांसे में, बैंक में नौकरी लगवाने के बहाने ठग लिए 10 लाख रुपये

नौकरी लगवाने का लालच देने वालों से बेहद सावधान रहने की जरूरत है। रामपुर में एक युवक से इसी बहाने ठगी कर ली गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 06:05 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jun 2020 06:05 PM (IST)
न आएं किसी के झांसे में, बैंक में नौकरी लगवाने के बहाने ठग लिए 10 लाख रुपये
न आएं किसी के झांसे में, बैंक में नौकरी लगवाने के बहाने ठग लिए 10 लाख रुपये

रामपुर, जेएनएन। बैंक में नौकरी लगवाने के नाम पर दस लाख की ठगी का मामला सामने आया है। इस ठगी में बैंक के ही दो कर्मचारियों पर भी शामिल होने का आरोप है। सिविल लाइंस पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में दो बैंक कर्मियों समेत पांच को नामजद किया है।

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पीड़ित सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के न्यू गंगापुर आवास विकास कालोनी के राहत अली पुत्र रहमत अली हैं। वह बेरोजगार हैं और घर पर ही रहकर नौकरी की तैयारी करते हैं। आरोप है कि जिला सहकारी बैंक के क्लर्क प्रदीप कुमार सागर निवासी ज्वालानगर से उनकी दोस्ती थी। घर भी आना-जाना था। आरोप है कि दोस्त ने उनकी बैंक के हेड क्लर्क रवि कुमार कश्यप से मुलाकात कराई। हेड क्लर्क ने उनसे कहा कि वह बैंक में नौकरी लगवा सकता है। एक व्यक्ति की नौकरी के 19 लाख रुपये होंगे। उनके एक अन्य भाई और बहन की भी नौकरी लगवा देंगे। इस तरह तीन लाेगों की नौकरी के 57 लाख रुपये जाएंगे। इतनी बड़ी रकम सुनकर उन्होंने मना कर दिया। तब दोनों बैंक कर्मियों ने उन्हें समझाया कि रकम एक साथ नहीं देनी है। धीरे-धीरे करके देनी होगी।

खाते में मंगवाई रकम 

हेड क्लर्क ने रकम अपने भाई सौरभ कश्यप के बैंक खाते में मंगवानी शुरू कर दी। रकम के लिए बैंक कर्मियों ने कुछ अन्य लोगों की मदद से उनका 39 लाख का प्लाट 23-25 लाख रुपये में बिकवा दिया। इस तरह आरोपितों ने उनसे 57 लाख रुपये हड़प लिए, लेकिन नौकरी नहीं लगवाई। रकम वापस मांगने पर टुकड़ों में 47 लाख रुपये वापस कर दिए। 9.76 लाख रुपये की रकम नहीं लौटाई। इस संबंध में एसपी से शिकायत की गई। तब सिविल लाइंस पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया। पुलिस के सामने आरोपित ने रकम लौटाने की बात लिखित रूप में दी, लेकिन बाद में मुकर गया। 30 दिसंबर 2019 को पीड़ित अपने दोस्त मुस्तफा के साथ जा रहे थे तो आरोपित कार से आए और उन्हें रोक लिया। मारपीट कर दोबारा रुपये न मांगने की धमकी दी। इस पर पीड़ित ने एडीजी बरेली को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की।

पुलिस ने शुरू की मामले की जांच 

एडीजी के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सिविल लाइंस कोतवाल बिजेंद्र सिंह ने बताया कि मुकदमे में जिला सहकारी बैंक के हेड क्लर्क रवि कश्यप, उसके भाई सौरभ कश्यप, क्लर्क प्रदीप कुमार सागर, पनवड़िया स्थित रामलाल कालोनी के जमील अहमद और सुधा रानी समेत छह के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।   


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