अमरोहा के पांच कालेजों के प्रधानाचार्यों पर डीएम ने दिए एफआइआर के आदेश, बताई ये बड़ी वजह
Amroha News उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा में 15 से 18 साल तक के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण नहीं कराने के मामले में पांच कालेजों के प्रधानाचार्य फंस गए हैं। समीक्षा बैठक के दौरान डीएम बीके त्रिपाठी ने उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
अमरोहा, जेएनएन। Amroha News : उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा में 15 से 18 साल तक के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण नहीं कराने के मामले में पांच कालेजों के प्रधानाचार्य फंस गए हैं। समीक्षा बैठक के दौरान डीएम बीके त्रिपाठी ने उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्पष्ट कहा है कि कोई भी बच्चा कोरोना से बचाव का टीका लगवाने से बचना नहीं चाहिए।
कलक्ट्रेट सभागार में गुरुवार की दोपहर डीएम ने सभी इंटर कालेजों के प्रधानाचार्यों की बैठक ली और कहा कि कोई भी बच्चा अगर टीकाकरण से छूटता है और कोविड-19 से संबंधित कोई भी रिपोर्ट गलत मिलती है या बच्चे की मृत्यु से संबंधित कोई भी मामला संज्ञान में आता है तो जिम्मेदारी तय करते हुए महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी और संबंधित कालेज के प्रधानाचार्य को जेल भेजा जाएगा।
उन्होंने टीकाकरण की गलत रिपोर्ट व लक्ष्य के सापेक्ष टीकाकरण न कराने पर गहरी नाराजगी जताई और उस्मान इंटर कॉलेज डिडौली, सुखराम इंटर कॉलेज नगलिया, मुजाहिद हुसैन इंटर कॉलेज असगरीपुर, डीएनएस इंटर कॉलेज नगलिया, शकुंतला देवी इंटर कॉलेज पहाड़पुर के प्रधानाचार्य पर एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। मान्यता रद्द करने के लिए फाइल चलाने को कहा। किसी भी सूरत में इन कालेजों के संचालन नहीं होना चाहिए।
डीएम ने कहा कि जनवरी 2005 से दिसंबर 2007 के बीच जन्म लेने वाले सभी बच्चों का सौ फीसद टीकाकरण होना चाहिए। विद्यालय में बच्चा पंजीकृत है तो प्रधानाचार्य का दायित्व है कि उसकी सुरक्षा काे टीकाकरण अवश्य कराएं। शत-प्रतिशत टीकाकरण नहीं कराने वाले विद्यालयों की मान्यता समाप्त की जाए। इस दौरान सीडीओ चंद्रशेखर शुक्ला, जिविनि रामाज्ञा कुमार समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे।