Digital system of railway : रेलवे का बड़ा कदम, लखनऊ-मुरादाबाद रेल मार्ग पर बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार
Digital system of railway दो स्टेशनों का अगले वित्तीय वर्ष में सिस्टम लगाया जाएगा। सिस्टम लग जाने के बाद ट्रेनों का संचालन में काफी सुधार हो जाएगा।
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)। डिजिटल सिस्टम ट्रेनों को गति देने जा रहा है। रेल मंडल में रामपुर समेत 10 स्टेशनों पर केबिन सिस्टम को खत्म कर इंटरनेट से संचालित होने वाली इलेक्ट्रॉनिक इंटर लॉकिंग लगाई जाएगी। बजट के अभाव में चालू वित्तीय वर्ष में आठ स्टेशनों पर यह काम किया जाना है। इसके के बाद लखनऊ-मुरादाबाद रेल मार्ग पर ट्रेनों की गति बढ़ जाएगी।
देश भर में चल रहा है काम
देश भर के रेलवे स्टेशनों से ट्रेनों के लिए केबिन सिस्टम खत्म किया जा रहा है। मुरादाबाद रेल मंडल के सहारनपुर से लखनऊ तक मुख्य रेल मार्ग के 10 स्टेशनों को छोड़कर सभी स्टेशनों पर पावर केबिन सिस्टम बना दिया गया है और केबिन सिस्टम खत्म कर दिया गया है।
इस तरह बचेगा समय
पावर केबिन सिस्टम वाले स्टेशनों से ट्रेन के गुजरने में तीन मिनट का समय लगता है, जबकि केबिन सिस्टम वाले स्टेशनों से ट्रेन को गुजरने में 10 मिनट से अधिक का समय लग जाता है। पावर केबिन सिस्टम कम्प्यूटर द्वारा संचालित होता है, यह सिस्टम इंटरनेट से संचालित नहीं किया जाता है।
मुरादाबाद से लखनऊ के बीच दस स्टेशन पर अभी पुराने जमाने के केबिन सिस्टम लगे हुए हैं। यानी सिग्नल देने व ट्रेन के लिए रास्ता बनाने का काम मैनुअल तरीके से काम किया जाता है। इसके कारण लखनऊ व मुरादाबाद के बीच चलने वाली ट्रेनों का संचालन करना कठिन हो जाता है और एक के पीछे एक ट्रेन खड़ी हो जाती हैं। इस समस्या के समाधान के लिए रामपुर, शहजाद नगर, घनेटा, सीबी गंज स्टेशन और बालामऊ के पास उमरताली, दलेरनगर, संडिला रहीमाबाद, दिलावर, काकोरी स्टेशन से इलेक्ट्रोनिक इंटर लॉकिंग सिस्टम लगाया जाना है।
ट्रेन लेट होने की खत्म होगी समस्या
रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष में ही इन स्टेशनों पर सिस्टम लगाने का उपकरण दे दिया था। बजट के अभाव में रेलवे मार्च 2022 तक आठ रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटर लॉकिंग सिस्टम लगाने की योजना तैयार की है। अगले वित्तीय वर्ष में शहजाद नगर व दलेरनगर स्टेशन पर यह उपकरण लगाया जाएगा। इसके बाद लखनऊ व मुरादाबाद के बीच ट्रेन लेट होने की समस्या खत्म हो जाएगी।
आफिस में बैठकर अधिकारी चला सकते हैैं ट्रेन
इंटरनेट से संचालित होने वाला इलेक्ट्रॉनिक इंटर लाङ्क्षकग में कई खासियत है। स्टेशन पर कोई भी कर्मचारी नहीं होने पर भी डीआरएम आफिस में बैठकर अधिकारी इंटरनेट के माध्यम से सिग्नल देने, ट्रेन गुजरने का मार्ग बनाने का काम कर सकेंगे। केबिल कटने पर सिस्टम काम करता रहेगा।अपर मंडल रेल प्रबंधक एमएस मीना ने बताया कि वित्तीय वर्ष में रामपुर समेत आठ रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटर लॉकिंग सिस्टम लगाया जाना है।