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Dhanteras 2021 : मुरादाबाद में धनतेरस पर सौ करोड़ का कारोबार, आटो मोबाइल सेक्‍टर ने भी पकड़ी रफ्तार

Dhanteras 2021 100 करोड़ रुपये का कारोबार धनतेरस पर होने की उम्मीद व्यापारियों ने जताई है। इसमें करीब 20 करोड़ रुपये के बर्तन की बिक्री हुई तो आटो मोबाइल्स ने धनतेरस पर रफ्तार पकड़ी। करीब 25 करोड़ रुपये का कारोबार आटो मोबाइल्स से होने की बात कही जा रही है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 03 Nov 2021 06:59 AM (IST)Updated: Wed, 03 Nov 2021 06:59 AM (IST)
Dhanteras 2021 : मुरादाबाद में धनतेरस पर सौ करोड़ का कारोबार, आटो मोबाइल सेक्‍टर ने भी पकड़ी रफ्तार
धनतेरस पर 100 करोड़ से ज्यादा के कारोबार से बाजार की बल्ले-बल्ले\

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Dhanteras 2021 : न कोरोना का खौफ और न महंगाई का डर। धनतेरस पर खरीदारी हुई जमकर। ग्राहकों के स्वागत में सजे प्रतिष्ठान और सड़कों का नजारा मंगलवार की शाम को देखने लायक था। शाम पांच बजे से रात एक बजे तक बाजार में खूब भीड़ उमड़ी और धनतेरस पर ग्राहकों ने जमकर धन वर्षा की। बाजार में मंदी का कोई असर धनतेरस पर नहीं दिखा। धनतेरस पर छोटे से बड़े सभी प्रकार के सामान को मिलाकर करीब 100 करोड़ रुपये का कारोबार धनतेरस पर होने की उम्मीद व्यापारियों ने जताई है। इसमें करीब 20 करोड़ रुपये के बर्तन की बिक्री हुई तो आटो मोबाइल्स ने धनतेरस पर रफ्तार पकड़ी। करीब 25 करोड़ रुपये का कारोबार आटो मोबाइल्स से होने की बात कही जा रही है।

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शहर का सराफा कारोबार भी 35 करोड़ के आसपास रहा, जबकि जिले की बात करें तो 50 करोड़ की खरीदारी सराफा कारोबारी बता रहे हैं। दो साल बाद अबकी बार दीपावली पर लोगों ने खुलकर खरीदारी की। रात को एक बजे तक लोगों ने जमकर खरीदारी की। ग्राहक खुश हैं तो छोटे दुकानदार से लेकर बड़े कारोबारियों के चेहरे खिले नजर आए। आटो मोबाइल्स, सराफा, इलेक्ट्रानिक्स, मिठाई, फर्नीचर, कपड़ा, इलेक्ट्रिकल कारोबारी खुश नजर आए। ग्राहकों ने सोना, चांदी, बर्तन खूब खरीदे। धनतेरस पर चांदी का सिक्का सबसे ज्यादा बिका। फड़ लगाकर फुटपाथ पर बैठे रेहड़ी-पटरी वालों की भी बल्ले-बल्ले हुई। भगवान लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति से लेकर मिट्टी के दीपक, वंदनवार, रंगोली के रंग खूब बिके। बर्तनों में चम्मच, कटोरी, गिलास, थाली, भोजन थाल खूब खनके। वहीं पीतल के गुलदस्ते से लेकर फेरी वाले की धूपबत्ती, रुई भी बिकी।

कस्बों, मुहल्लों से लेकर हर जगह रौनक ही रौनक : कस्बों, मुहल्लों से लेकर हर जगह रौनक ही रौनक रही। माॅल भी फुल दिखाई दिए। पुराने बाजार में गंज बाजार, टाउन हाल, चौमुखा पुल, बर्तन बाजार, मंडी चौक, बुध बाजार,जीएमडी रोड, कोर्ट रोड, नवीन नगर, कांठ रोड के सभी माॅल, हरथला, लाइनपार, दिल्ली रोड, कटघर, डबल फाटक, पीतल बस्ती, बगला गांव, किसरौल, रामगंगा विहार, दीनदयाल नगर से लेकर सभी ओर खरीदारी को लोग उमड़े।

नवंबर के शुरू में दीपावली से दिल खोलकर खरीदारी : दो साल बाद ग्राहकों को खुलकर दीपावली मनाने का मौका मिला है। कर्मचारियों को बोनस मिला है तो वहीं अबकी बार दीपावली नवंबर माह के शुरू में आई है। जिससे सरकारी कर्मचारियों को दीपावली से पहले वेतन मिल गया। जिससे ग्राहकों को खरीदारी करने का भरपूर मौका मिला। मजदूर की भी दीपावली अच्‍छी होगी। कारण कोरोना का असर नहीं होने से अब काम भी खूब मिल रहा है।

दो साल बाद दीपावली पर ग्राहक खुलकर खर्च कर रहा है। शहर में सराफा कारोबार करीब 35 करोड़ हुआ है और जिले की बात करें तो 50 करोड़ का कारोबार सराफा से होने की उम्मीद है।

नीरज अग्रवाल, अध्यक्ष, सराफा एसोसिएशन, गंज बाजार

बर्तनों से करीब 20 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। अबकी बार धातु पर महंगाई के बावजूद कारोबार अच्छा रहा। शगुन के रूप में ग्राहकों ने चम्मच से लेकर बड़े बर्तन भी खरीदे।

अजय अग्रवाल, प्रांतीय उपाध्यक्ष, उप्र व्यापार प्रतिनिधि मंडल

करीब 20 करोड़ रुपये तक का आटो मोबाइल्स सेक्टर में कारोबार की उम्मीद है। करीब 500 कारों की डिलीवरी धनतेरस पर सभी कंपनियों की होने की उम्मीद है।

विपिन श्रोत्रिय, जीएम, आकांक्षा आटो मोबाइल्स

इलेक्ट्रानिक्स बाजार में दो साल बाद खरीदारी बढ़ी है। पिछले साल की अपेक्षा दस फीसद कारोबार बढ़ा है। महंगाई के बावजूद ग्राहकों ने खरीदारी में रुझान दिखाया।

श्रीकांत पसरीजा, इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी

रेहड़ी पटरी वालों के चेहरों पर मुस्कान : दीपावली पर रेहड़ी पटरी वालाें के चेहरे भी खिल उठे। खील, बतासे, मिट्टी से बने लक्ष्मी-गणेश खूब बिके। घूम-घूमकर कुबेर यंत्र, श्री यंत्र से लेकर वंदनवार, रुई, धूपबत्ती, अगरबत्ती, मोमबत्ती वालों की भी खूब बिक्री हुई। रेहड़ी पटरी वालों का कहना है कि दीपावली पर जैसी उम्मीद थी, वैसी आमदनी हुई है। हमारी मूर्तियां खूब बिकीं। कोरोना ने जितना नुकसान पहुंचाया, उसकी भरपाई धनतेरस से हुई है।

पूजा के आइटम                कीमत

कुबेर यंत्र                         50

श्रीयंत्र                              50

लक्ष्मी यंत्र                         50

वास्तु दोष                         50

रुई बत्ती पैकेट                  35

रंगोली रंग                     100/किग्रा

लक्ष्मी के चरण                 10 से 30

कलर पैन                          40

छलनी                             30 से 40

मोमबत्ती                         50/ 250 

ग्राममिट्टी के दीपक               20 रुपये से लेकर 25

लक्ष्मी गणेश                        50 से 500 रुपये तक

धनतेरस से पहले ही खरीदारी शुरू हो गई थी। धनतेरस को तो लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां खूब बिकी हैं। इस दीपावली पर करीब दस हजार रुपये का मुनाफा होने की उम्मीद है।

वैभव अग्रवाल, मूर्ति विक्रेेता

मिट्टी दीपक की बिक्री अच्छी हो रही है। यह मोदी और योगी का कमाल है, जिन्होंने मिट्टी के दीपक की मांग बाजार में बढ़ाई है।

कमलेश, दीपक विक्रेता

अबकी बार दीपावली पर पहले से ज्यादा खर्च किया है। कारण नवंबर के शुरू में दीपावली आने से हाथ में पैसा है।

मुंशी लाल, ग्राहक

कोरोना से लोग अब उबरे हैं। टीकाकरण होने से लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं तो खर्च की ओर रुझान बढ़ा है।

आकाश, ग्राहक

साल में दीपावली पर खरीदारी करने का अवसर मिलता है। कम से कम त्योहार को तो ठीक तरीके से मनाएं। देविंद्र, ग्राहक

महंगाई तो है लेकिन त्योहार तो मनाना है। शगुन के रूप में बर्तन खरीदे हैं। दीपावली खुल के मनाएंगे।

मनीष, ग्राहक


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