श्रीकृष्ण जन्म पर झूम उठे भक्त, जयकारों से गूंजा कथा प्रांगण
मुरादाबाद-चन्दौसी हाईवे किनारे स्थित गांव नानपुर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन श्रीकृष्ण के जन्म का वृतांत सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथावाचक लता शास्त्री ने कहा कि कंस के कारागार में कैद देवकी और वासुदेव ने सात पुत्रों को जन्म दिया।
मुरादाबाद, जेएनएन। मुरादाबाद-चन्दौसी हाईवे किनारे स्थित गांव नानपुर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन श्रीकृष्ण के जन्म का वृतांत सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथावाचक लता शास्त्री ने कहा कि कंस के कारागार में कैद देवकी और वासुदेव ने सात पुत्रों को जन्म दिया। उसके बाद आठवें पुत्र के रूप में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया। देवकी के कहने पर वासुदेव ने यमुना नदी को पार करके यशोदा के घर गोकुल पहुंचा दिया। जब कंस को देवकी से आठवीं संतान के जन्म देने के बारे में जानकारी हुई, तो कंस ने तुरन्त ही अपने सैनिकों से आठवीं संतान को बुलवा लिया। कंस ने आठवीं संतान को मारने के लिए उसे हवा में उछाला। तो देवी का रूप बनकर कंस से बोली कि अरे मूर्ख तू मुझे क्या मारेगा। तुझे मारने वाला इस धरती पर जन्म ले चुका है। वहीं जब जब धरती पर धर्म की हानि होती है पापियों का संहार करने के लिए श्री विष्णु हरि अवतरित होते हैं। हर मनुष्य के जीवन में छह शत्रु काम, क्रोध, मद, मोह, लोभ व अहंकार हैं। इस मौके पर आचार्य प्रदीप उपाध्याय,दयाराम, अनूप, दिनेश शर्मा, बंटी सिंह राजपूत ,भाजपा मंडल अध्यक्ष ब्रजेश लोधी, बबलू, राजपाल कश्यप, राम अवतार सिंह, वीरेंद्र, ओमवती, राधा देवी , कमलेश, कुंती, सावित्री, सुंदरी, आरती देवी, सतपाल सिंह श्रद्धालु रहे।