Lockdown in Rampur : रमजान में नहीं होगी कोई परेशानी, रोजेदारों के घर पहुंचेगा जरूरत का सामान Rampur News
रमजान माह की शुरुआत 25 अप्रैल से। जिला प्रशासन ने शुरू की इफ्तार और तरावीह के सामान की होम डिलीवरी कराने की तैयारियां।
रामपुर, जेएनएन। जिला प्रशासन ने रमजान माह में इफ्तार और तरावीह के सामान की होम डिलीवरी कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार ङ्क्षसह ने संबंधित अफसरों निर्देश जारी कर दिए हैं, ताकि रोजेदारों को कोई दिक्कत न होने पाए। शनिवार को शहर के उलमा की भी रमजान के मद्देनजर अफसरों के संग मीङ्क्षटग हुई। कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में रोजेदारों की सुविधा के लिए प्रशासनिक स्तर से की गई तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।
सामग्री की बनाई गई सूची
जिलाधिकारी ने कहा कि रमजान माह में जो सामग्री प्रयोग की जाती है, उसकी सूची बना ली गई है। इसे बनाने वाले और बेचने वाले जो लोग हैं, उनसे भी संपर्क किया जा रहा है। सारी सामग्री रोजेदारों के घर-घर पहुंचाया जाएगा। जनपद में प्रत्येक वस्तु की आपूर्ति सुनिश्चित करवाई जाएगी, परंतु रोजेदार भी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अपने घरों में रहकर ही रोजा इफ्तार व तरावीह आदि करें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि किसी भी दशा में भीड़ जमा न होने पाए। बैठक में उपस्थित उलमाओं ने भी प्रशासनिक स्तर से की गई तैयारियों की प्रशंसा करते हुए जिलाधिकारी को आश्वस्त किया कि मस्जिदों में पांच से अधिक लोग नमाज नहीं पढ़ेंगे। साथ ही उन्होंने लोगों से भी अपील की कि वे रोजा इफ्तार अथवा तरावीह आदि के लिए घर से बाहर बिल्कुल न निकलें। परिवार के साथ घर पर ही रहें। इस दौरान शहर इमाम मुफ्ती महबूब अली, काजी ए शरआ व जिला मुफ्ती, सैयद फैजान मियां, फरहत मियां, मौलाना मुहम्मद जमा बाकरी, मुर्रम रजा इनायती आदि ने रमजान की व्यवस्थाओं को लेकर उन्हे ज्ञापन भी दिया।
ये की गईं हैं मांगे
ज्ञापन में कहा है कि घर के अंदर नमाज में पांच लोगों से ज्यादा भी हो सकते हैं, उन्हे परेशान न किया जाए। तीन माह का बिजली का बिल और प्राइवेट स्कूलों की फीस माफ कराई जाए। रोजा इफ्तार और सहरी के लिए खाद्य सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। कपड़े सिलने और ड्राईक्लीन की दुकानें खोली जाएं। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम, अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राम भरत तिवारी, अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार ङ्क्षसह, नगर मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता आदि उपस्थित रहे। इससे पहले जामा मस्जिद की परामर्श कमेटी की मीङ्क्षटग हुई, जिसमें रमजान से संबंधित तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। लोगों से लाक डाउन का पालन करने और मस्जिदों में केवल पांच लोगों द्वारा नमाज पढ़े जाने साथ ही तरावीह की नमाज घर के अंदर ही जमात से पढऩे की बात कही गई।