Corona vaccination in Moradabad : पहले चरण में 10,500 चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को लग पाएगा टीका, अन्य को करना होगा इंतजार
Corona vaccination in Moradabad जिले में पहले चरण में केवल साढ़े 10 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना के टीके लग पाएंगे। बाकी लोगों को अभी इंतजार करना पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए अभी टीके नहीं पहुंचे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Corona vaccination in Moradabad। जिले में केवल साढ़े 10 हजार कोविड अस्पताल व वार्ड में काम करने वाले चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मियों को ही कोरोना के टीके लगाए जाएंगे। लभभग छह हजार कर्मियों को टीके की दूसरी खेप आने का इंतजार करना पड़ेगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए अभी टीके नहीं पहुंचे हैं।
जिले में प्रथम चरण में स्वास्थ्य विभाग के कोविड अस्पताल, वार्ड में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मियों को टीके लगाए जाने हैं। कोरोना के समय में आशा कार्यकर्ताओं ने भी काम किया था। इसलिए उन्हें भी पहले चरण में टीके लगाने के आदेश हैं। बाद में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी पहले चरण में टीका लगाने के आदेश दिए गए। शासन के इस आदेश के बाद कोरोना पोर्टल में प्रथम चरण में टीका लगाए जाने के लिए 18,412 सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों के चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के नाम दर्ज किए गए। इसमें 4,267 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैंं। शेष 14,145 स्वास्थ्य सेवा से जुड़े चिकित्सक व कर्मचारी शामिल हैं। शासन ने पहले चरण में कोरोना वैक्सीन की 22,950 डोज भेजी हैं। ये डोज करीब 10 हजार लोगों को ही लगेगी।
दूसरे चरण का डोज रखना होगा सुरक्षित
शासन ने कोरोना का टीका लगाने के लिए आदेश जारी किया है। जिस व्यक्ति को कोरोना का पहला टीका लगेगा, उसी समय दूसरा टीका सुरिक्षत रखें, जो 28 दिन बाद लगेगा। दवा कम होने पर जिस व्यक्ति के लिए दूसरा डोज नहीं रखा जा सकता है, उसको पहला डोज भी न लगाने के लिए कहा गया है।
10 फीसद डोज होंगे नष्ट
कोरोना की वैक्सीन लगाने के समय में 10 फीसद दवा गिर सकती है। इसलिए आपूर्ति किए जाने वाले 10 फीसद डोज नष्ट कर दें। गुरुवार को जिले को 22950 डोज मिला है। 10 फीसद दवा नष्ट होने के बाद केवल 20655 डोज लगाए जाएंगे।
चार हजार चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ को नहीं लग पाएंगे टीके
शासन की गाइड लाइन के अनुसार जिसे में 14,145 चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के स्थान पर केवल साढ़े दस हजार से कम को पहला टीका लग पाएगा, इतने लोगों के टीके सुरक्षित रखना भी अनिवार्य है। चार हजार स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन आने के बाद लगाया जाएगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एमसी गर्ग ने बताया कि जिले के 22,950 कोरोना वैक्सीन की डोज मिली है। दवा नष्ट होने के साथ 20 हजार से अधिक डोज वैक्सीन बचेगी। शासन के निर्देश के अनुसार केवल 10 हजार से कुछ अधिक चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ को टीके लगाए जाएंगे।