कोरोना संक्रमण ने मुरादाबाद में बढ़ाई स्थानीय उत्पादों की मांग, उम्मीदों को मिली उड़ान
डब्ल्यूजी एसएन की दक्षिण एशिया रीजन की अकाउंट मैनेजर उर्वशी गुप्ता ने बताया कि डब्ल्यूजीएसएन लगातार उन संकेतों को बारीकी से परखता है जो ग्राहक के व्यवहार में बदलाव को दर्शाते हैं। बारीक से बारीक कड़ियों और संकेतों इस विशेषज्ञता से जोड़ते हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) की ओर से वेबिनार का आयोजन किया। इसमें ट्रेंड फोरकास्ट की डायरेक्शन्स लाइफस्टाइल : स्प्रिंग समर 2022 विषय पर चर्चा हुई।
इसमें बताया गया कि आने वाला समय घरेलू सामानों के लिए नई उम्मीद लेकर आने वाला है। डब्ल्यूजी एसएन की दक्षिण एशिया रीजन की अकाउंट मैनेजर उर्वशी गुप्ता ने बताया कि डब्ल्यूजीएसएन लगातार उन संकेतों को बारीकी से परखता है जो ग्राहक के व्यवहार में बदलाव को दर्शाते हैं। बारीक से बारीक कड़ियों और संकेतों इस विशेषज्ञता से जोड़ते हैं कि उन्हें आने वाले वर्षों या समय के उत्पादों, अनुभवों और ऐसी सेवाओं की सटीक जानकारी मिल जाती है जिससे ब्रांड्स प्रासंगिक बनते हैं और भविष्य में भी अपनी जगह बनाते और सुरक्षित रखते हैं। पिछले दिनों में विश्व पटल पर जो कुछ हुआ उसने सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों के साथ हमारे भविष्य को बदल दिया है। इस बदलाव से विशेष रूप से जीवनशैली और इंटीरियर सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित और प्रेरित हुआ है। डॉ. राकेश कुमार, महानिदेशक-ईपीसीएच ने कहा कि संसाधन की कमी से रेजेनरेटिव फाइबर, अपशिष्ट प्रबंधन, वेस्ट मैनेजमेंट और सर्कुलर सिस्टम और ऐसे सप्लाई चेन का महत्व बढ़ेगा जो वास्तविक, मूल और पारदर्शी हों। गुप्ता ने आगे कहा कि जमीनी स्तर पर प्रतिभागियों के आने, स्थानीय और अपने घर में बनी चीजों के उत्थान, आत्मनिर्भरता की भावना बढ़ने से स्थानीय कला और कारीगरों और स्थानीय चीजों का महत्व बढ़ने वाला है। साथ ही ऐसे डिजाइनों की अधिक मांग होगी जो उत्सवधर्मिता और उत्साह की भावना को बल देते हों।
यह भी पढ़ें
एनआरसी को लेकर रामपुर में हुई हिंसा के मामले में सज्जादा नशीन फरहत मियां गिरफ्तार