Corona Fighters : नहीं खोया हौसला, सूझबूझ से कोरोना को हराया, चिकित्सक से लगातर लेते रहे परामर्श
। हौसला हो तो कुछ भी मुमकिन है। लक्षण पहचानने के बाद भी लोग इस डर से डॉक्टर के पास नहीं जा रहे कि कहीं कोरोना पॉजिटिव घोषित कर दिया तो दिक्कत हो जाएगी लेकिन कोरोना को छिपाकर लोगों से मिलते रहना भी खतरनाक है।
मुरादाबाद, जेएनएन। हौसला हो तो कुछ भी मुमकिन है। लक्षण पहचानने के बाद भी लोग इस डर से डॉक्टर के पास नहीं जा रहे कि कहीं कोरोना पॉजिटिव घोषित कर दिया तो दिक्कत हो जाएगी लेकिन, कोरोना को छिपाकर लोगों से मिलते रहना भी खतरनाक है।
आशियाना कालोनी के रहने वाले मनोज चाैधरी को 14 अप्रैल को खुशबू आना बंद होने के साथ ही जीभ का स्वाद भी खत्म हो गया था। इसके साथ सूखी खांसी की भी परेशानी होने लगी। इनकी पत्नी की भी यही स्थिति थी। चिकित्सक से परामर्श करने के बाद वो होम आइसोलेट हो गए। उन्होंने सुबह-शाम भांप ली। तीन बार काढ़ा पीया। सुबह में 10 मिनट से ज्यादा की धूप में बैठे। गर्म पानी का लगातार सेवन करते रहे। अब दोनों पति-पत्नी पूरी तरह स्वस्थ हैं। अब वो लोगों को शारीरिक दूरी के नियम के साथ ही मास्क लगाने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि अगर आप लक्षण पहचान गए तो फौरन चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार शुरू कर दें। होम आइसोलेट हो जाएं। समय से दवा शुरू होने के बाद आपको परेशानी कम होगी। इसलिए छिपाने की कोई जरूरत नहीं है। भगवान बेहतर करने वाला है।
सकारात्मक सोच रखना जरूरी
कोरोना संक्रमण के दौरान सकारात्मक सोच रखना बेहद जरूरी है। मन में नकारात्मक विचार आते ही इसका प्रभाव पड़ने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि मन में नकारात्मक विचारों को जगह न दें। खुद को दूसरे कार्यों में व्यस्त रखें। मसलन खाली समय में परिवार के लोगों के साथ बातचीत करें। टीवी देखें। कुछ समय के लिए योग भी अनिवार्य रूप से करें।