Convocation parade : यूपी पुलिस को मुरादाबाद से मिले 264 कंप्यूटर ऑपरेटर
Convocation parade पुलिस अकादमी और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में दीक्षांत परेड का आयोजन किया गया। सूबे के विभिन्न जिलों में तैनात 86 बेटियां भी बनीं हेड कांस्टेबल कंप्यूटर आपरेटर।
मुरादाबाद, जेएनएन। उत्तर प्रदेश पुलिस को मुरादाबाद से शुक्रवार को 264 कंप्यूटर ऑपरेटर मिले। डाॅॅ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी व पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में हेड कांस्टेबल कंप्यूटर ऑपरेटर के दीक्षांत परेड का आयोजन हुआ।पुलिस अकादमी के एडीजी राजीव कृष्ण व डीआइजी पूनम श्रीवास्तव ने दीक्षांत परेड को शपथ दिलाई। दीक्षांत परेड में शारीरिक दूरी के नियमों का अनुपालन करते हुए कैडेट परेड ग्राउंड से विदा हो गए।
डा. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी व पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में कंप्यूटर ऑपरेटर की ट्रेनिंग पांच फरवरी 2020 को शुरू हुई। पुलिस अकादमी में कुल आवंटित 200 प्रशिक्षु कंप्यूटर ऑपरेटर के सापेक्ष महज 194 ने आमद दर्ज कराई। प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद 192 प्रशिक्षु परीक्षा में शामिल हो सके। 12 प्रशिक्षु परीक्षा में विफल रहे। कुल 178 उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं ने दीक्षांत परेड में शपथ ग्रहण किया। जबकि पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में कुल आवंटन 94 में सापेक्ष 90 महिला कंप्यूटर ऑपरेटर ने अपनी उपस्थिति ट्रेनिंग सेंटर पर दर्ज कराई। तीन महिला प्रशिक्षु ने प्रशिक्षण अवधि में मेडिकल ले लिया। जबकि एक महिला प्रशिक्षु का प्रशिक्षण अधूरा है। अंतिम परीक्षा में शामिल सभी 86 महिला कंप्यूटर ऑपरेटर उत्तीर्ण रहीं। छह माह के आधारभूत प्रशिक्षण कोर्स में कंप्यूटर ऑपरेटर को आंतरिक प्रशिक्षण के दौरान आधुनिक भारत में पुलिस, पुलिस संगठन एवं प्रशासन, मानव व्यवहार, वित्त एवं सेवा नियमावली, पुलिस थाना प्रबंधन एवं अपराध नियंत्रण, अपराध दंड संहिता, साक्ष्य अधिनियम, संविधान एवं मानवाधिकार, स्थानीय एवं विशेष अधिनियम, विवेचना, पुलिस रेगुलेशन, नियम, मैनुअल, साइबर फोरेंसिक एवं फारेंसिक साइंस, बेसिक आइटी एवं कंप्यूटर संचालन, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन, सीसीटीएनएस कोर एप्लीकेशन साफ्टवेयर के अलावा वाह्य विषयों में पदाति प्रशिक्षण, शस्त्र प्रशिक्षण, पीटी, योगासन आदि की ट्रेनिंग दी गई। पुलिस अकादमी में दीक्षांत परेड को निदेशक/एडीजी राजीव कृष्ण ने सुबह दस बजे कंप्यूटर ऑपरेटर को शपथ दिलाई। जबकि पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में डीआइजी पुलिस श्रीवास्तव ने सुबह आठ बजे महिला कंप्यूटर ऑपरेटर को शपथ दिलाया। शपथ ग्रहण संपन्न होते ही यूपी पुलिस को 264 कंप्यूटर ऑपरेटर मिल गए।
अमरोहा के प्रणदीप व कानपुर की प्रीती सिंह बनीं सर्वांग सर्वोत्तम
डा. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी व पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में आयोजित कंप्यूटर ऑपरेटर के दीक्षांत परेड में अमरोहा के रहने वाले हेड कांस्टेबल प्रणदीप व कानपुर की रहने वाली प्रीती सिंह को सर्वांग सर्वोत्तम कैडेट चुना गया। सर्वश्रेष्ठ कैडेट चुने जाने से गदगद प्रणदीप सिंह ने बताया कि सिविल सेवा की परीक्षा में शामिल होना उनका सपना है। इसी के तहत वह दिल्ली में रहकर तैयारी कर रहे थे। मूलरूप में अमरोहा के रजबपुर नाईपुरा गांव के रहने वाले उनके पिता जयकीरत सिंह प्राइवेट शिक्षक के रूप में परिवार का भरण पोषण करते हैं। प्रणदीप का बड़ा भाई आशीष कुमार शेखावत दिल्ली में कंप्यूटर आपरेटर हैंं। प्रणदीप ने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। प्रणदीप की तैनाती रामपुर में है। उधर कानपुर के विजय नगर की रहने वाली प्रीती सिंह ने बताया कि उनके पिता विनोद कुमार आर्डिनेंस फैक्ट्री के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। सगी दो बहनों में छोटी प्रीती सिंह ने बताया कि बड़ी बहन कानपुर सिविल कोर्ट में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। प्रीती सिह की तैनाती प्रयागराज में है।
फैजाबाद की रहने वाली जुड़वा बहनों ने किया कमाल
कुदरत ने दोनों को एक मां की कोख नवाजी। इसलिए दोनों ने ही सपने भी एक ही पाल लिया। साथ पढ़ा और साथ ही नौकरी शुरू की। अब साथ ही आगे बढ़ने का सपना भी है। हम बात कर रहे हैं फैजाबाद की रहने वाली उन दो सगी बहनों की जिन्होंने हेड कांस्टेबल के रूप में कंप्यूटर ऑपरेटर का प्रशिक्षण शुक्रवार को एक साथ मुरादाबाद के पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में पूरा किया। सगी बहनों के चेहरे पर इस वक्त खुशियों का बसेरा है। फैजाबाद में दर्शन नगर के रहने वाले श्रीकांत भारतीय व उनकी पत्नी मिथिलेश देवी यूं तो चार बच्चों के मां-बाप हैं, लेकिन इनमें से उनकी दो बेटियां जुड़वा हैं। एक का नाम गायत्री तो दूसरे का सावित्री है। नाम ही नहीं बल्कि कद, काठी, चेहरे व आवाज में भी दोनों में काफी समानता है। गायत्री ने बताया कि दोनों ही एक साथ पली और बढ़ी हैं। एक साथ पढ़ाई की है। दोनों ने एक साथ ही यूपी पुलिस में जाने का निर्णय लिया। एक साथ फार्म भरा। कंप्यूटर आपरेटर के रूप में एक साथ ही सलेक्ट भी हो गईं। दोनों को ही पहली पोस्टिंग लखनऊ में मिली। यह खबर लगते ही स्वजनों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। जुड़वा बहनों का बड़ा भाई यशवरी यूपीएसी की तैयारी में जुटा है। छोटा भाई सौरभ फिलहाल पढ़ रहा है। दोनों ही बहनों का सपना सिविल सेवा में जाना है। कंप्यूटर आपरेटर होने के बाद भी पूरे मनोयोग से दोनों इसकी तैयारी कर रही हैं।