प्रदूषण फैलाने वाली अनुबंधित बसों का करार होगा खत्म Moradabad News
अनुबंधित बस मालिकों को मिला पांच दिन का समय। प्रदूषण फैलाने वाले वाहन डिपो से नहीं निकलेंगे।
मुरादाबाद, जेएनएन। प्रदूषण फैलाने वाली अनुबंधित बसें जल्द ही रोडवेज के बेड़े से बाहर होंगी। इसके लिए प्रबंधन ने पांच दिन का अल्टीमेटम दिया है।
यह है मामला
रोडवेज के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर प्रदूषण के मामले को लेकर गंभीर है। उन्होंने प्रदेशभर के अधिकारियों को आदेश दिया है कि वह अपनी बसों में प्रदूषण की जांच करें और प्रदूषण फैलाने वाली बसों को मरम्मत के बाद ही चलाने के लिए बस अड्डे पर भेजें। अनुबंधित बसों के मालिकों को वाहनों की मरम्मत कराने के आदेश दिए हैं। अनुबंधित बस मालिकों को पांच दिन का समय दिया है। इस अवधि में बसें ठीक न होने पर करार खत्म करने के आदेश दिए हैं।
इतनी बसें हैं मंडल में
मुरादाबाद मंडल में रोडवेज की 485 बसें हैैं। रोडवेज प्रबंधन ने अपनी बसों की प्रदूषण की जांच कराई है। प्रदूषण फैलाने वाली बसों की मरम्मत का काम पूरा कर लिया है। मंडल में 250 अनुबंधित बसें हैैं, जिनकी जांच कराने का दायित्व बस मालिक का है।
क्षेत्रीय प्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि प्रबंध निदेशक के आदेश के बाद अनुबंधित बस मालिकों को प्रदूषण की जांच करने व प्रदूषण फैलने वाली बसों की मरम्मत कराने लिए पांच दिन का समय दिया है। इसके बाद प्रदूषण फैलने वाली अनुबंधित बसों का करार खत्म कर दिया जाएगा। इसके अलावा बसों में शीशा ठीक करने, आल वेदर हेड लाइट लगाने का भी आदेश दिया गया है।
जुर्माना जमा कराने की अनुमति मांगी
पिछले दिनों दिल्ली में मुरादाबाद के पीतलनगरी समेत अन्य डिपो की चार बसों को प्रदूषण फैलाने के आरोप में सीज कर दिया गया था। इन पर चार लाख रुपये जुर्माना लगाया था। इसके बाद रोडवेज प्रबंधन ने न्यायालय की शरण ली थी लेकिन, उसे राहत नहीं मिला। अब स्थानीय अधिकारी ने मुख्यालय से जुर्माना जमा करने के लिए अनुमति मांगी है।