मुरादाबाद में अब सक्रिय समितियां संस्तुति के बिना नहीं बेच सकेंगी उर्वरक
जिला कृषि अधिकारी ने मांगी सक्रिय समितियों से डीएचओ की संस्तुति। डीएचओ ने दिया समितियों को उर्वरक बिक्री को संस्तुति का आश्वासन। इस साल यूरिया की कालाबाजारी की वजह से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मुरादाबाद, जेएनएन। सहकारी समितियों के नाम पर फर्जी व निष्क्रिय लाइसेंस को निरस्त करने के बाद अब सक्रिय समितियों को जिला उद्यान अधिकारी की संस्तुति लेनी होगी। बुधवार को सक्रिय 10 समितियों के पदाधिकारी जिला कृषि अधिकारी(डीएओ) के पास पहुंचे। डीएओ ने समितियों के संचालन व इनसे जुड़े उर्वरक केंद्रों को खाद बिक्री के लिए जिला उद्यान अधिकारी की संस्तुति मांगी है।
डीएओ समितियों के संचालन की अनुमति देंगी। बाद में जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार से समितियों के पदाधिकारी मिले और संस्तुति देने को कहा। डीएचओ ने सभी 10 समितियों के पदाधिकारियों को संस्तुति देने का आश्वासन दिया है। यह समितियां जांच में सही पाई गईंं थीं। लेकिन, जिला कृषि अधिकारी आगे किसी प्रकार के आरोप-प्रत्यारोप के घेरे में ना आएं इसके लिए समितियों से जिला उद्यान अधिकारी की संस्तुति मांग रही हैं। दोनों अधिकारियों में तू डाल-डाल तो मैं पात पात जैसी स्थिति है। पहले डीएम को निष्क्रिय व फर्जी समितियों की रिपोर्ट को लेकर दोनों अफसरों में खींचतान थी। अब जांच में सही मिली सक्रिय समितियों की संस्तुति को लेकर जिला कृषि अधिकारी ने अपना अगला कदम स्पष्ट कर दिया है। जिला कृषि अधिकारी ऋतुशा तिवारी ने बताया कि सक्रिय समितियों का भौतिक सत्यापन भी किया जाएगा। जिससे आगे किसी प्रकार की गड़बड़ी समितियां व उर्वरक केंद्रों के संचालन में ना हो। जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार का कहना है कि वह सक्रिय समितियों को संस्तुति देंगे। उनकी संस्तुति पर ही उर्वरक वितरण होगा। अब तक की जांच में उर्वरक केंद्रों को एक संदेश गया है कि खाद बिक्री में गड़बड़ी पर बक्से नहीं जाएंगे।