कोचिंग केंद्रों में अवकाश पर टकराव बढ़ा
मुरादाबाद: ठाकुरद्वारा के कोचिंग सेंटरों पर जुमे की छुंट्टी खत्म कराने की अखिल भारतीय विद्यार्थी परि
मुरादाबाद: ठाकुरद्वारा के कोचिंग सेंटरों पर जुमे की छुंट्टी खत्म कराने की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की माग के खिलाफ कोचिंग संचालकों ने मोर्चा खोल दिया है।
शुक्रवार की छुट्टी पर एबीवीपी के खिलाफ अपर्णा ने मोर्चा खोला
-अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर के कोचिंग सेंटरों में शुक्रवार का अवकाश बंद कराने की मांग की थी। इसके बाद एसडीएम के हस्ताक्षर हुए परिषद के लेटरपेड पर आदेशनुमा प्रति सभी कोचिंग सेंटर चालकों को दी गई जिसमें 15 जून से शुक्रवार का अवकाश नहीं बल्कि रविवार को केंद्र बंद करने को कहा गया है। इसे ठाकुरद्वारा के अधिकारियों का आदेश बताते हुए कहा है कि रविवार को सेंटर बंद करना होगा और विषम परिस्थितियों में सोमवार को अवकाश किया जा सकता है। साथ ही चेतावनी भी है कि आदेश की अवहेलना करने पर एबीवीपी की कार्रवाई के लिए सेंटर संचालक जिम्मेदार होगा।
अभाविप ने केंद्रों को एसडीएम के हस्ताक्षर युक्त आदेशनुमा पत्र भेजा -आदेशनुमा पत्र के बाद सेंटर संचालकों में हड़कंप मच गया। अपर्णा इंस्टीट्यूट के निदेशक अनिरुद्ध चौहान ने सोशल मीडिया पर पत्र का खुलकर विरोध किया। उन्होंने कहा कि शुक्रवार का अवकाश जारी रहेगा। इसकी शुरुआत रामसिंह गुरुजी ने मुस्लिम बच्चों के नमाज के अधिकार को सुरक्षित रखने और अध्ययन के समय का सदुपयोग करने की मंशा से की थी। उन्होंने कहा कि हिंदू बच्चे सुबह-शाम पूजा करते हैं। अगर किसी दिन दोपहर की पूजा होती है तो उस दिन का भी अवकाश हो सकता है। उन्होंने सवाल उठाया कि शुक्रवार की छुट्टी मुस्लिम तुष्टीकरण है तो रविवार की छुट्टी से ईसाईयत को बढ़ावा देना है। उन्होंने अफसरों से इस मामले में उचित व भेदभावपूर्ण फैसला करने को कहा है। उन्होंने बताया कि रविवार को कोचिंग सेंटर खोलने से सेवारत पूर्व छात्रों का सेंटर पर आकर निश्शुल्क मार्ग दर्शन करना भी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशिक्षण केंद्र छात्र और शिक्षक की मर्जी से संचालित होता है जिसमें विद्यार्थी हित सर्वोपरि है। -मुझे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा दिए गए आदेशनुमा पत्र की शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कोई आदेश अभी नहीं दिया है बल्कि परिषद के मांगपत्र को शिक्षा विभाग को भेजा गया है।