दोहरे हत्याकांड में मिला क्लू, पेशवर अपराधियों ने की दंपती की हत्या
संपत्ति के अलावा कोई नया एंगिल जांच का नहीं मिल रहा है। एग्रीमेंट कराने वाले पंप स्वामी से बैंक खाते की डिटेल मांगी है। कई संदिग्धों के नंबरों की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। ठाकुरद्वारा के पीपलटोला निवासी मोहित उर्फ प्रशांत और उनकी मोना की हत्यारों का पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह तय हो गया है कि दंपती की हत्या पेशेवर अपराधियों ने ही की है। इस तरह बेरहमी से नया अपराधी गर्दन नहीं काट सकता है। मोहित की गर्दन पेशेवर अपराधियों ने ही काटी है। घटना के खुलासे के लिए पुलिस की टीमें बारह लोगों को उठाकर पूछताछ कर रही हैं। इसमें जमीन का एग्रीमेंट कराने वाले पंप स्वामी भी शामिल हैं। लेकिन, नतीजा अभी तक कोई नहीं निकला है।
पुलिस भी यह मान रही है कि दंपती की हत्या पूरी प्लाङ्क्षनग से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मोना वर्मा की हत्या गला दबाकर की गई है। उनके शरीर पर संघर्ष के निशान मिले हैं। दूसरा मोहित का गला इस तरह से काटा गया है कि उसका मामूली का हिस्सा जुड़़ा रह गया था। कोई तेज धारदार हथियार का हत्या में इस्तेमाल हुआ है। मोहित ने भी हत्या से पहले बहुत संघर्ष किया है। एसपी देहात विद्या सागर मिश्र का कहना है कि इस तरह पहली बार अपराध करने वाला कत्ल नहीं कर सकता है। इसलिए यह तो तय है कि दंपती की हत्या पेशेवर अपराधियों ने की है। दंपती हत्याकांड के खुलासे के लिए हमारी टीमें लगी हुई हैं। संपत्ति समेत कई ङ्क्षबदुओं पुलिस काम कर रही है। बारह लोगों को उठाकर पूछताछ की जा रही है।लेकिन, अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
घर में ही रखे मिले सवा तीन लाख
पुलिस की छानबीन में पता लगा कि मोहित उर्फ प्रशांत के घर में ही 3 लाख 24 हजार रुपये रखे थे। उनकी पत्नी के जेवर को भी किसी ने नहीं छुआ। उनके घर से कुछ दस्तावेज गायब हैं। गोदनामा भी अभी तक पुलिस को नहीं मिला है। इससे यह बात साफ है कि हत्या के इरादे से ही लोग मोहित के घर में घुसे थे। लूटपाट उनका मकसद नहीं था। सीओ ठाकुरद्वारा विशाल यादव ने बताया कि घटना स्थल के आसपास के कई सीसीटीवी की फुटेज खंगाली जा रही है। मोहित के खिलाफ मुकदमा लिखाने वाले हरीश जोशी की भी तलाश की जा रही है।
पांच करोड़ से ज्यादा है मोहित की जमीन की कीमत
मोहित जमीन का एग्रीमेंट होने के बाद बेहद खुश था। उसने एग्रीमेंट तो 84 लाख रुपये में कर दिया था। लेकिन रुपया तो ज्यादा मिलना था, क्योंकि उसकी जमीन काशीपुर हाईवे पर रोड के किनारे हैं। इसलिए उसकी असली कीमत इस वक्त पांच करोड़ से भी ज्यादा बताई जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश में है कि जमीन का वास्तव में सौदा कितने में हुआ था।
जमीन जोतने वालों से भी मिल सकता है सुराग
मोहित की जमीन पर कब्जा उत्तराखंड के किसान का है। वह उनके पिता डॉ. जगदीश वर्मा के समय से ही खेत ठेके पर लेकर जोत रहा है। मोहित के घर के कई राज उनके पास भी हो सकते हैं। इसलिए पुलिस किसान को बुलाकर पूछताछ करेगी।