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जेल से र‍िहा होने के बाद शहर व‍िधायक तजीन फात्मा बोलीं-सरकार ने क‍िया जुल्‍म, अदालत से म‍िला इंसाफ

सांसद आजम खां और उनके समर्थकों के खिलाफ पिछले साल बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज हुए थे। जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के भी 30 मामले दर्ज हुए। तीन दिन पहले तजीन फात्मा की दो मुकदमों में अदालत से जमानत अर्जी मंजूर हुई थी।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 22 Dec 2020 07:37 AM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 05:05 PM (IST)
जेल से र‍िहा होने के बाद शहर व‍िधायक तजीन फात्मा बोलीं-सरकार ने क‍िया जुल्‍म, अदालत से म‍िला इंसाफ
मौलाना मुहम्मद अली ट्रस्ट के सभी सदस्य जिम्मेदार हैं।

मुरादाबाद, जेएनएन। सांसद आजम खां की पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा 299 दिन बाद जेल से रिहा हो गईं। उनके खिलाफ 34 मुकदमे अदालतों में विचाराधीन हैं। 

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सांसद आजम खां और उनके समर्थकों के खिलाफ पिछले साल जुलाई माह में बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज हुए थे। जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के भी 30 मामले दर्ज हुए। पहले इनमें आजम खां ही नामजद थे। लेकिन, पुलिस ने विवेचना के दौरान पाया कि इनमें मौलाना मुहम्मद अली ट्रस्ट के सभी सदस्य जिम्मेदार हैं। दरअसल यह ट्रस्ट ही यूनिवर्सिटी को संचालित करता है और आजम खां इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, जबकि उनकी पत्नी सचिव हैं। दोनों बेटे अब्दुल्ला आजम और अदीब आजम भी इसके सदस्य हैं। इस कारण दोनों बेटों को भी मुकदमों में शामिल कर लिया गया। इनके खिलाफ भी चार्जशीट लग गई। तजीन फात्मा के खिलाफ अब्दुल्ला के दो-दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में भी मुकदमा हुआ। इस मुकदमे में आजम खां और अब्दुल्ला भी नामजद हैं। इसी मामले में कोर्ट में हाजिर न होने पर अदालत ने तीनों के कुर्की वारंट जारी कर दिए थे। इसपर 26 फरवरी को तीनों ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। पहले तीनों को रामपुर जेल भेजा गया। लेकिन, अगले दिन सीतापुर जेल स्थानांतरित कर दिया था। तीन दिन पहले तजीन फात्मा की दो मुकदमों में अदालत से जमानत अर्जी मंजूर हुई, जबकि 32 मालों में पहले मंजूर हो चुकी थी। सभी मुकदमों में जमानत मंजूर होने पर अदालत ने उनकी रिहाई का परवाना जारी कर दिया। इसके बाद सोमवार शाम सीतापुर जेल से उन्हे रिहा कर दिया गया। इस दौरान उनके साथ सपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार, पूर्व विधायक विजय सिंह, संभल के पूर्व सपा जिलाध्यक्ष फिरोज खां, अधिवक्ता जुबैर अहमद खां, आशू मलिक और फरहान खां रहे। उनके बड़े बेटे अदीब आजम भी पत्नी और दोनों बेटियों सहित साथ रहे। 

हमारे परिवार पर सरकार ने किया जुल्म : तजीन

सीतापुर में जेल से रिहा होने के बाद तजीन फात्मा ने मीडिया से भी बात की। कहा कि सरकार ने उनके परिवार पर जुल्म किया है। अदालत से इंसाफ मिला और उम्मीद है कि आगे भी इंसाफ मिले। वह सीतापुर में पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास पर भी पहुंची। यहां करीब 40 मिनट रुकीं। सात बजे के बाद सीतापुर से रामपुर के लिए रवाना हो गईं। उनके पति सांसद आजम खां और बेटे अब्दुल्ला अब भी सीतापुर जेल में बंद हैं। आजम खां के खिलाफ 85 मामले सक्रिय हैं, जिनमें 74 में चार्जशीट लग चुकी है और 11 की विवेचना चल रही है। उनकी 13 मामलों में जमानत होना बाकी है, जबकि उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम खां के खिलाफ 44 मुकदमें दर्ज हैं। उनकी तीन मुकदमों में जमानत होना शेष है।


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