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रामपुर में चाइनीज मांझे ने ली एक और जान, मांझे से तीन साल की बच्ची की गर्दन कटी और पलभर में हो गई मौत

Girls neck cut by Chinese manjha in Rampur पुलिस की ढिलाई से चाइनीज मांझे की बिक्री रामपुर में बंद नहीं हो पा रही है। इस मांझे ने फिर एक मासूम की जान ले ली। तीन साल की बच्ची की गर्दन में मांझा फंस गया जिससे उसकी मौत हो गई।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Tue, 17 Aug 2021 03:22 PM (IST)Updated: Tue, 17 Aug 2021 03:22 PM (IST)
रामपुर में चाइनीज मांझे ने ली एक और जान, मांझे से तीन साल की बच्ची की गर्दन कटी और पलभर में हो गई मौत
गंज कोतवाली क्षेत्र की घटना, बाइक से पिता के ननिहाल जा रही थी बच्ची।

मुरादाबाद, जेएनएन। Girls neck cut by Chinese manjha in Rampur : पुलिस की ढिलाई से चाइनीज मांझे की बिक्री रामपुर में बंद नहीं हो पा रही है। इस मांझे ने फिर एक मासूम की जान ले ली। पिता के साथ बाइक पर जा रही तीन साल की बच्ची की गर्दन में चाइनीज मांझा फंस गया, जिससे उसकी मौत हो गई। उसके पिता ने बेटी को बचाने के लिए काफी भागदौड़ की। दो निजी अस्पतालों में गए। बाद में जिला अस्पताल ले गए। समय पर उपचार नहीं मिला, जिसके चलते बच्ची ने पिता के सामने ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने हादसे में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

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यह दुखद घटना गंज काेतवाली क्षेत्र के बिलासपुर गेट के पास की है। मुहल्ला तीतर वाली पाखड़ निवासी शाहबाज खां मेहनत मजदूरी करते हैं। उनकी दो बेटियां हैं। छोटी बेटी छह माह की है। रविवार को शाम सात बजे वह पत्नी व तीन साल की बेटी आमना को लेकर बाइक से नानकार गांव अपनी ससुराल जा रहे थे। बिलासपुर गेट के निकट पेट्रोल पम्प के पास अचानक आमना के गले में पतंग का मांझा उलझ गया। इससे उसकी गर्दन में गहरा घाव हो गया। खून बहने लगा। वह घबरा गए। उसे लेकर दो निजी अस्पतालों में गए, लेकिन बच्ची की हालत देख उसे कहीं उपचार नहीं मिला।

इसके बाद बच्ची को लेकर वह जिला अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वह शव लेकर घर आ गए। परिवार में चीख पुकार मच गई। शाहबाज खां ने बताया कि निजी अस्पतालों में उनकी बेटी को उपचार नहीं मिल सका। यदि उपचार मिल जाता तो शायद उसकी जान बच जाती। उन्होंने बताया कि घटना के बाद उनसे पुलिस पूछताछ करने आई थी। हालांकि रविवार शाम तक पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी।

गंज कोतवाली प्रभारी किशन अवतार ने बताया कि यह मामला उनकी जानकारी में नहीं है। दूसरी ओर सोमवार को रामपुर आए मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह से इस संबंध में मीडिया ने सवाल किए, जिस पर मंडलायुक्त ने बताया कि चाइनीज मांझे की बिक्री रोकने के संबंध में वह पहले ही पुलिस को निर्देश दे चुके हैं। समाज के तमाम लोगों को चाइनीज मांझे की रोकथाम के लिए सहयोग करने की जरूरत है। अगर कोई दुकानदार चाइनीज मांझा बेचता है तो लोग पुलिस को सूचना दें और उसके खिलाफ कार्रवाई कराएं।

चार लोगों की जान ले चुका मांझा : जिले में पतंग का मांझा पांच लोगों की जान ले चुका है। दरअसल, शहर में पतंग के शौकीनों की कमी नहीं है। इसके अलावा कई लोग शौक की आड़ में शर्त लगाकर पतंगबाजी करते हैं। वे अपनी पतंग कटने से बचाने के लिए चाइनीज मांझा या पतला तार इस्तेमाल करते हैं। जब यह मांझा टूटकर गिरता है तो राह चलते लोगों की गर्दन पर गहरा घाव कर देता है। इससे मौत तक हो जाती है। मांझे से वर्ष 2016 में सेंटमेरी स्कूल के पास बाइक सवार युवक की गर्दन कटी थी। बाद में उसकी मौत हो गई थी।

इस मामले में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था। वर्ष 2017 में मुहल्ला घेर कलंदर खां में नानी के घर आए सात साल के अरमान पुत्र सादिक की पतंग लूटते समय मौत हो गई थी। उसकी लूटी पतंग बिजली के तार पर गिर गई। चाइनीज मांझा होने से उसमें करंट उतर गया था। इससे पहले भी तीन लोगों की जान गई थी। 19 मई 2021 काे चाइनीज मांझे की चपेट में आकर शहर के एक 20 वर्षीय युवक की जान गई थी। जान गंवाने वाला युवक शहर के मुहल्ला घेर कलंदर खां निवासी कल्लू का बेटा जाने आलम था। वह कारचोब कारीगर था।

घटना की शाम किसी जरूरी काम से घर से निकला था। गंज थाना क्षेत्र में दोमहला रोड पर हादसा हो गया। वहां बिजली के तार पर चाइनीज मांझा लटक रहा था, जो उसकी गर्दन पर लगा। मांझे में कंरट था। उसने हाथ से मांझा खींचा ताे जोर का झटका लगा और वह बाइक समेत गिर गया। वहां आसपास लोग आ गए। उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अब फिर पतंग के मांझे ने तीन साल की मासूम आमना की जान ले ली।

हादसा होने पर जागती पुलिस : चाइनीज मांझा प्रतिबंध है। इस मांझे की शहर में बिक्री रोकने की जिम्मेदारी पुलिस की है। लेकिन, पुलिस पतंग के मांझे से होने वाले हादसे का इंतजार करती है। हादसा होने के बाद पुलिस जागती है और मांझा बिक्री करने वालों की धरपकड़ करती है। कुछ दिन तक यह सिलसिला चलता है और उसके बाद पुलिस और लोग हादसे को भूल जाते हैं। इसके बाद प्रतिबंधित मांझा फिर बिकने लगता है। इस मामले को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी ने गंभीरता से लिया था। उनके कार्यकाल में सेंटमेरी स्कूूल के पास हादसे के बाद उनके निर्देश पर सिविल लाइंस कोतवाली में हत्या का अज्ञात के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज कराया था। चाइनीज मांझे की बिक्री करने वाले कई दुकानदाराें को गिरफ्तार किया गया था। पतंग उड़ाने पर भी रोक लगा दी थी। पतंग उड़ाते हुए कई लोगों की गिरफ्तारी की गई।


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