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चीन के बिजली संकट ने बढ़ाई मुरादाबाद के निर्यातकों की चिंता, हस्तशिल्प निर्यात पर पड़ सकता है असर, जानें कैसे

What is Concern of Exporters of Moradabad कोरोना वायरस के कारण दुनिया में फैली महामारी के बाद से विश्व भर के देशों का चीन से भरोसा टूटा है। इसका फायदा भारत को मिला है। चीन के हालात का भारत के हस्तशिल्प निर्यात पर सीधा असर पड़ रहा है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sun, 03 Oct 2021 06:46 AM (IST)Updated: Sun, 03 Oct 2021 06:46 AM (IST)
चीन के बिजली संकट ने बढ़ाई मुरादाबाद के निर्यातकों की चिंता, हस्तशिल्प निर्यात पर पड़ सकता है असर, जानें कैसे
चीन में खड़े हुए बिजली संकट के कारण भारतीय निर्यात पर प्रभाव पड़ने की संभावना जताई जा रही है।

मुरादाबाद, जेएनएन। What is Concern of Exporters of Moradabad : कोरोना वायरस के कारण दुनिया में फैली महामारी के बाद से विश्व भर के देशों का चीन से भरोसा टूटा है। इसका फायदा भारत को मिला है। चीन के हालात का भारत के हस्तशिल्प निर्यात पर सीधा असर पड़ रहा है। हालांकि, अभी यह बहुत अधिक नहीं है लेकिन आने वाले समय में बहुत हद तक निर्यातक आत्मनिर्भर बन जाएंगे। पर अभी चीन में खड़े हुए बिजली संकट के कारण भारतीय निर्यात पर प्रभाव पड़ने की संभावना जताई जा रही है।

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चीन इन दिनों बिजली संकट से गुजर रहा है। इसके चलते इंडस्ट्री में जरूरत के अनुरूप आपूर्ति नहीं दी जा रही है। यही कारण है कि वहां के उद्योग धंधों का चलना मुश्किल हो रहा है। मुरादाबाद के निर्यातक अभी अपने यहां बनने वाले सजावटी आइटम में चीन की बनी लाइटिंग का प्रयोग कर रह हैं। अगर वहां कुछ और दिन ऐसे ही हालात रहे तो मुरादाबाद आने वाले लाइटिंग के सामान का मिलना मुश्किल होगा।

मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नवेद उर रहमान ने बताया कि चीन में वर्तमान हालात में इंडस्ट्री को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति नहीं मिलने के कारण इंडस्ट्री ठप हैं। मुरादाबाद में हर साल करीब डेढ़ सौ करोड़ के रुपये के लाइटिंग आइटम मंगाए जाते हैं। हालांकि, पिछले डेढ़ साल में निर्यात बढ़ने के बावजूद आयात में कमी आई है, लेकिन इसका प्रभाव परेशानी खड़ी कर सकता है। मुरादाबाद से जाने वाले आइटम में बिजली वाले उपकरण नहीं लग पाने से आर्डर समय से पूरा करना मुश्किल होगा।

झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को सिखाईं कला की बारीकियां : कोहिनूर तिराहा स्थित एराइजिंग आर्ट फाउंडेशन की ओर से झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। फाउंडेशन के अध्यक्ष जतिन सैनी की ओर से बच्चों को किताबें, रंग, लेखन सामग्री का वितरण किया गया। बच्चों ने कला में अपनी प्रतिभा दिखाई। इसमें स्वयंसेवक आरती, स्वालेहा, अर्शी अरिफ, शिफा परवीन और निक्की ने बच्चों को कला की बारीकियां सिखाईं। इसके अलावा अपने आसपास स्वच्छता रखने को लेकर जागरूक किया। स्वयंसेवक निक्की ने अपना जन्मदिन गरीब बच्चों के बीच मनाया।


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