पिता से लिपटकर रो पड़े बच्चे, बोले-नहीं जाना मां के साथ Moradabad News
दोनों बच्चे पिता से लिपटकर रोने लगे। उनका कहना था कि हम मां के साथ नही जाएंगे। पिता-चाचा के साथ ही रहेंगे। इसके बाद महिला लौट गई।
मुरादाबाद, जेएनएन। छोटे बच्चों का मां से बेहद लगाव होता है, पिता से वे कुछ दिनों तक दूर रह सकते हैं लेकिन, मां का आंचल एक पल के लिए भी नहीं छोडऩा चाहते हैं। हालात अगर विपरीत हो और मां की गैर मौजूदगी में कोई पिता अपने बच्चों को पूरी तरह ख्याल रखे तो बच्चे पिता को ही अपना सब कुछ मान लेते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ भोजपुर में। दरअसल पति से अलग रह रही एक महिला बकरीद के त्योहार के लिए अपने बच्चों को ले जाने के लिए घर पहुंची थी। मामला थाने में पहुंच गया। मां की जिद पर बच्चे पिता से लिपटकर रोने लगे। उन्होंने मां के साथ जाने से इन्कार कर दिया।
गांव पीपलसाना निवासी अब्दुल रऊफ ने पहली पत्नी से तलाक होने के बाद आठ वर्ष पूर्व थाना कूंडा के गांव बाबरखेड़ा निवासी मु. अली की तालाकशुदा बेटी शहनाज के साथ निकाह कर लिया। शहनाज अपने साथ पहले पति के पुत्र शाहेदीन को भी साथ में लाई थी। निकाह के बाद शहनाज ने पीपलसाना में दीनी मदरसा खोलकर पढ़ाने का काम शुरू कर दिया। दंपती के दो बच्चे बेटी तैयबा(6) और बेटा उजैन (3) पैदा हुए। कुछ समय बाद पति-पत्नी अलग हो गए। इसके बाद दोनों बच्चे पिता के साथ ही रहने लगे। जबकि शाहेदीन को पत्नी साथ ले गई। शहनाज गांव में ही मास्टर अब्दुल हकीम के किराए के मकान में रहने लगी। बकरीद का त्योहार नजदीक है लिहाजा उसे अपने दोनों बच्चों की याद आई। इस पर वह बच्चों को लेने पति के घर गई। इस दौरान दंपती में कहासुनी के बाद मारपीट तक की नौबत आ गई। सूचना पर पहुंची पीआरवी दोनो पक्षों को अपने साथ थाने ले गई। पुलिस ने ग्राम प्रधान, दंपती और बच्चों को थाने में बुलाकर समझौते के प्रयास शुरू करा दिए। दंपती एक-दूसरे के साथ रहने को राजी नही हुए। बच्चों से मां के साथ जाने के लिए कहा तो उन्होंने इन्कार कर दिया।
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