CBI raid in Moradabad : प्रथमा बैंक के जीएम के पटना, नोएडा और मुरादाबाद के ठिकानों पर रिकार्ड की तलाश
CBI raid in Moradabad मुरादाबाद में सीबीआइ की छापेमारी में पकड़े गए प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के जीएम की मुश्किल और भी बढ़ने वाली है। पुराने रिकार्ड की तलाश जारी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। सीबीआइ की ओर से बुधवार को एक प्रेस रिलीज जारी की गई है। इसमें प्रथमा यूपी ग्राामीण बैंक के जीएम रविकांत को रंगे हाथों पकड़े जानी की जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि जीएम के पास से पचास हजार रुपये नकद और घर से पांच लाख रुपये और एलईडी टीवी बरामद हुआ है। जीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपित जीएम द्वारा रिकवरी एजेंसी को कांट्रेक्ट दिए जाने एवं अन्य कारनामों का पता लगाने के लिए उसके मुरादाबाद वाले घर के अलावा नोएडा और पटना के ठिकानों पर भी रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। बताया गया है कि आरोपित जीएम को सीबीआइ कोर्ट में पेश करने के बाद ज्यूडिशयल कस्टडी में लेकर पूछताछ की जा रही है।
जीएम के खिलाफ वीडियो वायरल
प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के जीएम रविकांत पर सीबीआइ की छापेमारी के तीन दिन बाद एक वीडियो सामने आया है। वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि सीबीआइ के द्वारा रंगे हाथ पकड़े गए प्रथमा बैंक के महाप्रबंधक ने उपाध्याय एसोसिएट से पहले दो लाख रुपये की मांग की थी। इसके बाद उसने अपने वरिष्ठ अधिकारी के नाम का दुरुपयोग करते हुए रुपये मांगे। शिकायतकर्ता एजेंसी संचालक ने जीएम को पांच लाख रुपये भी पहुंचा दिए। लेकिन जीएम का लालच बढ़ता चला गया। उसने दूसरी एजेंसी द्वारा ज्यादा पैसे देने का हवाला देते हुए कांट्रेक्ट देने से मना कर दिया। जिसके बाद उपाध्याय एसोसिएट ने सीबीआइ से इस मामले की शिकायत की। वीडियो में जिक्र है कि पांच लाख रुपये मांगने के बाद जब जीएम की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की गई तो उन्होंने दूसरी एजेंसी को ठेका देने के लिए मना किया। लेकिन, रविकांत उनकी बात को दरकिनार कर अपनी चहेती रिकवरी एजेंसी को ठेका देने पर अड़े रहे। इस वीडियो में कई और गंभीर आरोप लगाए।