रामपुर की हुनर हाट में हुआ 22 करोड़ रुपये का कारोबार, दस्तकारों को मिली बड़ी राहत
हुनर हाट में करीब 18 लाख लोग शामिल हुए जो अपने आप में एक रिकार्ड है। रामपुर में पहले कभी इतना बड़ा आयोजन नहीं हुआ है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने 10 दिन के लिए रामपुर में हुनर हाट लगाई। इसका शुभारंभ 18 दिसंबर को किया गया था।
मुरादाबाद, जेएनएन। Hunar Haat of Rampur। केंद्र सरकार की ओर से रामपुर में लगी हुनर हाट में करीब 18 लाख लोग शामिल हुए, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। रामपुर में पहले कभी इतना बड़ा आयोजन नहीं हुआ है। इसमें करीब 22 करोड़ का कारोबार हुआ, जिससे कोराना काल में परेशान हाल रहे दस्तकारों को माली इमदाद मिली। साथ ही महिलाओं को भी अपनी पसंद का सामान खरीदने का मौका मिला।
केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने 10 दिन के लिए रामपुर में हुनर हाट लगाई। इसका शुभारंभ 18 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्तार अब्बास नकवी ने किया। रविवार को इसका समापन हो गया। इसमें रामपुर ही नहीं, बल्कि आसपास के जिले मुरादाबाद, बरेली और रुद्रपुर से भी काफी लोग आए। नैनीताल जा रहे पर्यटकों ने भी इसका आनंद लिया। बच्चों ने तो जमकर मौज मस्ती की। दरअसल इसमें सभी झूले फ्री थे। जगह जगह छप्पर के शेड, बैल गाड़ी, ऊंट गाड़ी, हाथियों के स्टेचू बने थे। मिक्की माउस और जोकर भी घूम रहे थे, जिनके साथ बच्चे सेल्फी ले रहे थे। बच्चों के मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने शिक्षकों और छात्रों के भी हुनर हाट में शामिल होने के आदेश दिए। इसके बाद रोज बच्चे बड़ी संख्या में पहुंचते रहे। देश के कोने-कोने से दस्तकार अपने हुनर के साथ आए। महिलाओं ने अपने पसंद के सामान की जमकर खरीदारी की।
लजीज व्यंजन का भी मिला जायका
हुनर हाट में देश के सभी राज्यों के लजीज व्यंजन भी इसमें शामिल रहे, जिसका लोगों खूब जायका लिया। प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। पहले स्थानीय कलाकार कार्यक्रम पेश करते तो उसके बाद देश के नामचीन कलाकार अपने अपनी प्रस्तुति देते। हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव और अहसान कुरेशी ने जहां लोगों को हंसा हंसाकर लोटपोट किया तो बालीवुड के कई गायकों ने सुरीली आवाज में गाने सुनाए। आखिरी दिन कवि सम्मेलन में भी नामचीन कवि और शायर शामिल हुए। इस तरह रोज सुबह 11 बजे से रात दस बजे तक भीड़ लगी रही।
हुनर हाट में खूब हुई बिक्री
हुनर हाट की प्रबंधकीय कमेटी के सदस्य मुहम्मद तारिक के मुताबिक हुनर हाट के गेट पर ही मशीन लगाई गईं, इनसे होकर ही लोग अंदर पहुंचते। ये मशीनें आंगंतुकों की गिनती भी करती रहीं। करीब 18 लाख लोग हुनर हाट में शामिल हुए। हुनर हाट में बिक्री भी खूब हुई। करीब 11 करोड़ का सामान हुनर हाट में दस्तकारों से खरीदा, जबकि इतनी ही रकम के ई प्लेट फार्म हुनर हाट पर आर्डर मिले हैं। इस तरह करीब 22 करोड़ का कारोबार हुआ है। इससे उन दस्तकारों को भी रोजगार मिला, जिन्होंने सामान तैयार कराने में मदद की। असम से बांस के बर्तन लेकर आए अमल दास ने बताया कि उनका सामान तो आठ दिन में ही बिक गया। उनकी उम्मीद से ज्यादा अच्छी बिक्री हुई।
रामपुर में हर साल लगेगी हुनर हाट
हुनर हाट की सफलता से केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी गदगद हैं। वह चार दिन परिवार के साथ रामपुर में रहे । अब वह हर साल रामपुर में हुनर हाट लगाने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि पहले प्रदेश की राजधानी और बड़े महानगरों में ही हुनर हाट का आयोजन होता रहा। लेकिन, रामपुर में जो सफलता मिली है, उसे देखकर छोटे शहरों में भी लगाने का इरादा किया है।