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Block Pramukh Chunav : खुद की न सही, पत्नी की किस्मत से चमक रहे सियासी चेहरे

पंचायत व निकायों की राजनीति में खूब देखने को मिल जाता है। अभी हाल में हुए अमरोहा ज‍िले के गजरौला ब्लाक के तत्कालीन ब्लाक प्रमुख धर्मेंद्र सिंह ऊर्फ लालू की पत्नी मंजू चौधरी को शिकस्त देकर भाजपा प्रत्याशी मीनाक्षी चौधरी ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हुईं हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 13 Jul 2021 09:47 AM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 09:47 AM (IST)
Block Pramukh Chunav : खुद की न सही, पत्नी की किस्मत से चमक रहे सियासी चेहरे
पत्नी मीनाक्षी की किस्मत साथ दे गई।

मुरादाबाद [राजेश राज]। सियासत में तमाम उतार-चढ़ाव व रोमांचित कर देने वाले पहलू देखने व सुनने को मिलते हैं। इनमें एक पहलू यह भी कि सियासत में कहीं अपनी किस्मत साथ नहीं दे तो ऐन मौके पर परिवार के दूसरे सदस्यों की किस्मत के सहारे सत्ता के सिंहासन तक पहुंच जनता जनार्दन की सेवा की जा सकती है। ऐसा पंचायत व निकायों की राजनीति में खूब देखने को मिल जाता है।

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अभी हाल में हुए अमरोहा ज‍िले के गजरौला ब्लाक के तत्कालीन ब्लाक प्रमुख धर्मेंद्र सिंह ऊर्फ लालू की पत्नी मंजू चौधरी को शिकस्त देकर भाजपा प्रत्याशी मीनाक्षी चौधरी ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हुई हैं। वह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष चौधरी विजेंद्र सिंह की पत्नी हैं। इस सीट के लिए चौधरी विजेंद्र सिंह करीब छह-सात साल से तैयारी कर रहे थे। पिछला ब्लाक प्रमुखी का चुनाव सपा सरकार में हुआ था, तब उन्हें नामांकन भी दाखिल नहीं करने दिया गया था। पुलिस उन्हें गाडी में बैठाकर ले गई थी। नामांकन का समय खत्म होने के बाद छोड़ा गया था। 2017 में योगी सरकार बनने के बाद उपचुनाव में उन्हें भाजपा से उम्मीदवारी का टिकट नहीं मिल पाया, इस कारण चूक गए। इस बार महिला सीट होने पर उन्हाेंने पत्नी के लिए टिकट की मांग की। लिहाजा पत्नी मीनाक्षी की किस्मत साथ दे गई। भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी घोषित किया और वह ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हो गई। जिला पंचायत के चुनाव के बाद भाजपा को छोड़कर रालोद में शामिल हुए चौधरी भूपेंद्र सिंह ने वर्ष 05-06 में सियायत ग्राम प्रधानी का चुनाव जीतकर शुरु की। इसके बाद वह ग्राम प्रधान संघ के ब्लाक अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष भी रहे। वहीं भाजपा में खासे सक्रिय रहकर राजनीति की, लेकिन जिला पंचायत सदस्य के दो चुनाव लड़े लेकिन कामयाबी जुटाने में दोनों बार चूक गए। महिला सीट से पत्नी सरिता चौधरी को चुनाव लड़ाया तो वह सदस्य निर्वाचित होने के बाद अविश्वास मत लाकर उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर जिला पंचायत अध्यक्ष भी बनीं थी। बसपा की कमलेश आर्य भी बसपा के टिकट पर गजरौला ब्लाक की प्रमुख व जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं। वर्तमान में भी वह जिला पंचायत के वार्ड संख्या नौ की सदस्य हैं। उनके पति हेम सिंह आर्य भी राजनीति में सक्रिय हैं। बहुजन समाज पार्टी के मुख्य सेक्टर प्रभारी हैं। वह भी मंडी धनौरा विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन कामयाबी से चूक गए। यह तो एक बानगी भर हैं, सियासी लोग चर्चा करते हुए कहते हैं कि ऐसे तमाम चेहरे मिल जाएंगे। नवनिर्वाचित ब्लाक प्रमुख मीनाक्षी चौधरी के पति ने बताया कि वह जिला पंचायत सदस्य भी रह चुके हैं। इस बार ब्लाक प्रमुख की सीट महिला होने पर उन्हें चुनाव में उतारा गया। जनता के अपार स्नेह, सहयोग पर क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अपना कीमत वोट देकर ब्लाक प्रमुख बनवा दिया। राजनीति का उद्देश्य क्षेत्र का विकास और जनता की सेवा करना है।

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