पंचायत चुनाव के लिए भाजपा ने लगाया जोर, रणनीतियों पर मंथन शुरू
BJPs strategy for Panchayat elections पंचायत चुनाव की तैयारियां अब पूरे जोर-शोर से शुरू हो गई है। सियासी दलों में हलचल तेज हो गई है। इस बार पंचायत चुनाव में युवाओं को मैदान में उतारने की तैयारी चल रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। BJP's strategy for Panchayat elections। विधानसभा उपचुनाव की सफलता के बाद प्रदेश भाजपा ने अपना ध्यान पंचायत चुनावों पर केंद्रित कर दिया है। पंचायत चुनावों को लेकर तमाम रणनीति पार्टी स्तर से बनाई जाएगी। यह पहला मौका होगा, जब भाजपा वृहद स्तर पर पंचायत चुनाव में कूदेगी।
राज्य में पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं होते हैं। इस चुनावों में राजनीतिक दल समर्थित प्रत्याशियों के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराते आ रहे हैं। पिछले पंचायत चुनाव में भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में पार्टी समर्थित प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था। इस बार एक उम्मीद यह है कि शायद प्रदेश सरकार पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर कराने के लिए कोई पालिसी बना दे। पालिसी नहीं बनने पर भी भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के माध्यम से चुनाव मैदान में नजर आएगी।
पंचायत चुनावों के माध्यम से गांवों तक मजबूत पैठ बनाने की मुहिम में भाजपा पहले से ही लगी है। दीपवाली के बाद से पंचायत स्तर तक बैठकें शुरू करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 12 नवंबर तक मतदाता सूची में नाम जोड़ने का समय था। पार्टी की नजर इस चुनाव को लेकर होने वाले परिसीमन पर है। कोशिश यह होगी कि अधिक से अधिक कार्यकर्ता इस चुनाव में उतरें। पार्टी का उद्देश्य चुनाव में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की है।