रेलवे का बड़ा कदम, मुरादाबाद रेल मंडल के प्रवासी श्रमिकों को मिलेगा रोजगार
काम छोड़कर बाहर से लौटकर आए प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ने के लिए रेलवे ने योजना तैयार की है। इसके तहत आठ सौ श्रमिकों को रोजगार मिलेगा।
मुरादाबाद (दीप चौरसिया)। रेलवे ने श्रमिक ट्रेनें चलाकर प्रवासी मजदूरों को घर तक पहुंचाया है। गांव पहुंचे प्रवासी श्रमिकों के पास काम नहींं है। इस बीच रेल प्रशासन सुरक्षित ट्रेनों के संचालन के लिए लाइन की मरम्मत करा रहा है। इसमें 50 फीसद श्रमिक प्राइवेट लगाए गए हैं। रेलवे जिस गांव के पास रेल लाइन की मरम्मत करेगा, उस गांव या उसके आसपास पहुंचे प्रवासी श्रमिकों को काम दिया जाएगा। इससे मुरादाबाद रेल मंडल के आठ सौ प्रवासी श्रमिकों को काम मिल सकेगा।
रेलवे रेललाइन पर दो स्तर से काम होता है। रेललाइन के रख-रखाव, पेट्रोलिंग कराने, तकनीकी काम के लिए ट्रैकमैन, गैंगमैन, पेट्रोलमैन होते हैं। मुरादाबाद रेल मंडल में इसके लिए साढ़े चार हजार कर्मचारी तैनात हैं। इसके अलावा रेल लाइन पर पड़े पत्थर की सफाई करने, स्लीपर को हटाने जैसे काम नियमित हैं। इसके लिए रेलवे ठेकेदार के माध्यम से श्रमिकों से काम कराता है। इन कार्यों में रेलवे अब प्रवासी श्रमिकों से कराएगा, जिस क्षेत्र में रेललाइन के पत्थर की सफाई आदि का काम होगा। उस क्षेत्र के ग्राम प्रधान से प्रवासी श्रमिकों की जानकारी मांगी जाएगी और ग्राम प्रधान से सूची ली जाएगी। श्रमिकों को श्रम विभाग से निर्धारित मजदूरी दी जाएगी।
रेलवे की चल रही कई परियोजनाएं
मुरादाबाद रेल मंडल आठ सौ प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा रेल मंडल क्षेत्र में रेलवे की कई परियोजनाएं चल रही हैं, जिसमें प्रवासी श्रमिकों से ही काम कराया जाएगा। इनमें ऋषिकेश कर्ण प्रयाग रेल मार्ग, हरिद्वार लक्सर दोहरीकरण प्रमुख कार्य हैैं। इसके अलावा रेल मंंडल में तीस से अधिक स्थानों पर अंडरपास का निर्माण कार्य चल रहा है। यहां भी प्रवासी श्रमिकों से काम कराया जाएगा। अपर मंडल रेल प्रबंधक एमएस मीना ने बताया कि ठेकेदारों को इसके लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। कई स्थानों पर काम देना शुरू कर दिया गया है। उनको सरकार द्वारा निर्धारित मजदूरी मिलेगी।