Move to Jagran APP

आज भी देश में मौजूद हैं एक हजार और पांच सौ के पुराने नोट, बदलने पर मिलता है मोटा कमीशन, हरिद्वार की घटना दे रही सबूत

Banned Currency in India उत्तराखंड के हरिद्वार में पुरानी करेंसी के रैकेट भंडाफोड़ में जिले के दो युवकों का नाम सामने आने के बाद हर कोई हैरत में है। स्थानीय पुलिस भी चौकन्नी हो गई है और खुफिया तंत्र ने भी दोनों की जानकारी जुटानी चालू कर दी है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 08:49 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 08:49 AM (IST)
आज भी देश में मौजूद हैं एक हजार और पांच सौ के पुराने नोट, बदलने पर मिलता है मोटा कमीशन, हरिद्वार की घटना दे रही सबूत
गांव व शहर में पुलिस व खुफिया टीम के सदस्यों ने की जांच पड़ताल

अमरोहा, जेएनएन। Banned Currency in India : उत्तराखंड के हरिद्वार में पुरानी करेंसी के रैकेट भंडाफोड़ में जिले के दो युवकों का नाम सामने आने के बाद हर कोई हैरत में है। स्थानीय पुलिस भी चौकन्नी हो गई है और खुफिया तंत्र ने भी दोनों की जानकारी जुटानी चालू कर दी है। सैदपुर गांव व नगर कोतवाली के मुहल्ला कालाकुआं के लोग भी हैरत में पड़े हैं। उत्तराखंड एसटीएफ अब उनके करीबियों की तलाश में जुट गई है।

loksabha election banner

गत शनिवार को उत्तराखंड एसटीएफ ने हरिद्वार की एक कालोनी में छापा मारकर चार करोड़ की पुरानी करेंसी के साथ सात लोगों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए दो लोगों का संबंध अमरोहा से निकला। एक आरोपित ने अपना नाम आबिद निवासी गांव सैदपुर थाना नौगावां सादात व दूसरे ने अरविंद निवासी मुहल्ला कालाकुंआ थाना अमरोहा नगर बताया है। यह लोग पुरानी करेंसी कमीशन पर बदलने का काम कर रहे थे।

चार करोड़ के बदले में उनको एक करोड़ रुपये मिलने थे। सूत्रों के मुताबिक- मामले का पर्दाफाश होने के बाद स्थानीय स्तर पर भी पुलिस दोनों आरोपितों की जांच पड़ताल में जुट गई है। इसके अलावा खुफिया एजेंसियां भी सकि्रय होकर गहनता से छानबीन में लग गई हैं। पूछताछ में एसटीएफ के सामने उन्होंने कई करीबियों के नाम उजागर किए हैं। जिनकी तलाश में वह जुट गई है।

बदल गया था लाइफ स्टाइल : गांव सैदपुर निवासी आबिद की गिरफ्तारी के बाद गांव के लोग बेचैन हैं। चर्चा है कि वर्ष 2016 में नोट बंदी हुई थी। जिसके बाद आबिद का लाइफ स्टाइल बदल गया था। धनौरा रोड स्थित मुहल्ला इस्लामनगर में उसने टू व्हीलर की एजेंसी व फर्नीचर का शोरूम और अन्य कारोबार शुरू कर दिया था। यहां घर बनाने के बावजूद गांव नहीं छोड़ा था।अमरोहा के सीओ सिटी विजय कुमार राना ने बताया कि उत्तराखंड एसटीएफ ने अभी कोई भी लिखित सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी है। इसलिए यहां पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सूचना आने के बाद ही अगला कदम उठाया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.