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धोखाधड़ी में बैंक शाखा प्रबंधक को जेल, जमीन माल‍िक के साथ म‍िलकर रची थी साज‍िश, जान‍िए क्‍या है मामला

20 फरवरी 2001 को डैव्टस रिकवरी ट्रिब्यूनल दिल्ली ने भी नीलामी के आदेश कर दिए थे। इस संबंध में भी बैंक द्वारा राजस्व विभाग को सूचना नहीं दी गई थी। जबकि जमीन के मालिक वहां लगातार प्लाट बेचते रहे थे।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 20 Dec 2020 06:30 PM (IST)Updated: Sun, 20 Dec 2020 06:30 PM (IST)
धोखाधड़ी में बैंक शाखा प्रबंधक को जेल, जमीन माल‍िक के साथ म‍िलकर रची थी साज‍िश, जान‍िए क्‍या है मामला
जमीन पर ऋण होने के बाद भी राजस्व विभाग को नहीं दी थी सूचना

मुरादाबाद, जेएनएन। जमीन पर ऋण होने के बाद भी राजस्व विभाग को सूचना न देना और गुपचुप नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने के मामले में धोखाधड़ी  के आरोपित तत्कालीन शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। शाखा प्रबंधक ने जमीन स्वामी के साथ मिलकर यह धोखाधड़ी की थी। अब पुलिस अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी करेगी। 

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यह मामला अमरोहा के देहात थाना क्षेत्र में अमरोहा-जोया मार्ग पर स्थित जमीन से जुड़ा है। यहां रहने वाले स्व. बेचेलाल वर्मा की पत्नी उमा वर्मा का आरोप है कि उन्होंने बीती 8 अप्रैल 2003 को जोया रोड पर खसरा नंबर 3319 में एक प्लाट ब्रजेश कुमार व उनके पति विशन स्वरूप माहेश्वरी निवासी मुहल्ला बाजार जट से खरीदा था। जमीन पर कोई विवाद या बैंक लोन नहीं बनता था। उमा वर्मा ने वहां मकान बनाकर रहना शुरू कर दिया। फरवरी 2013 में उमा वर्मा को जानकारी हुई कि खसरा नंबर 3319 की जमीन को बंधक बनाकर ब्रजेश कुमार व विशन स्वरूप माहेश्वरी के बेटे राजकुमार माहेश्वरी ने नगर में स्थित बरेली कार्पोरेशन बैंक से 21 दिसंबर 1987 को अपनी फर्म मेसर्स माहेश्वरी इंडस्ट्रीज प्रा.लि. के नाम पर ऋण लिया था। जिसके बारे में राजस्व विभाग को बैंक अफसरों व जमीन स्वामी ने अवगत नहीं कराया। बाद में बरेली कार्पोरेशन बैंक का विलय बैंक आफ बड़ौदा में हो गया। ऋण की अदायगी न होने पर बैंक ने जमीन की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी। बीती 20 फरवरी 2001 को डैव्टस रिकवरी ट्रिब्यूनल दिल्ली ने भी नीलामी के आदेश कर दिए थे। इस संबंध में भी बैंक द्वारा राजस्व विभाग को सूचना नहीं दी गई थी। जबकि जमीन के मालिक वहां लगातार प्लाट बेचते रहे थे। इस मामले में बीती 4 मार्च 2020 को देहात थाना पुलिस ने ब्रजेश कुमारी, विशन स्वरूप माहेश्वरी निवासी जट बाजार, तत्कालीन शाखा प्रबंधक बैंक आफ बड़ौदा, तत्कालीन ऋण विभाग के कर्मचारी बैंक आफ बड़ौदा व वर्तमान शाखा प्रबंधक बैंक आफ बड़ौदा के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। शनिवार को पुलिस ने तत्कालीन शाखा प्रबंधक अनिल अग्रवाल निवासी बरेली को हिरासत में ले लिया था। एसओ सुरेश गौतम ने बताया कि आरोपित शाखा प्रबंधक अनिल अग्रवाल निवासी बरेली वर्ष 1988 में बैंक ऑफ बड़ौदा की अमरोहा शाखा में बतौर प्रबंधक रहे थे। उन्हें धोखाधड़ी के इस मामले में रविवार को जेल भेज दिया है। बताया कि इस मामले में अन्य आरोपितों को भी जल्दी ही जेल भेजा जाएगा।


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