Move to Jagran APP

Bakrid 2021 : बकरीद आज, कुर्बानी के साथ बुराइयों को भी करें अलविदा, सफाई का रखें व‍िशेष ध्‍यान

कुर्बानी का त्योहार आज मनाया जाएगा। मस्जिदों में तैयारी मुकम्मल हो चुकी है। उलमा की ओर से काेरोना प्रोटोकाल के तहत नमाज अदा करने की अपील भी जारी की गई हैं। इसके साथ ही शहर में सफाई व्यवस्था के इंतजाम भी नगर निगम की ओर से कर दिए गए हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 08:45 AM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 08:45 AM (IST)
Bakrid 2021 : बकरीद आज, कुर्बानी के साथ बुराइयों को भी करें अलविदा, सफाई का रखें व‍िशेष ध्‍यान
मस्जिदों में फजर के बाद ईद की नमाज का अहतमाम।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। कुर्बानी का त्योहार आज मनाया जाएगा। इसके लिए मस्जिदों में तैयारी मुकम्मल हो चुकी है। उलमा की ओर से काेरोना प्रोटोकाल के तहत नमाज अदा करने की अपील भी जारी की गई हैं। इसके साथ ही शहर में सफाई व्यवस्था के इंतजाम भी नगर निगम की ओर से कर दिए गए हैं।

loksabha election banner

आज सुबह से ही फजर के बाद से बकरीद की नमाज अदायगी का सिलसिला शुरू हो गया। नमाज के बाद कुर्बानी होगी। मंगलवार की शाम तक बकरीद की खरीदारी के लिए टाउनहाल, चौमुखापुल, बुधबाजार में खरीदारों की भीड़ लगी रही। बिरयानी, कोरमा समेत अन्य व्यंजन बनाने के लिए मसाला दुकानदारों की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ रही। बच्चों के कपड़ों की खरीदारी के लिए महिलाएं बाजारों में घूमती नजर आईं। वहीं उलमा ने भी लोगों से गरीबों की मदद के लिए अपील की। कुर्बानी के मीट को जरूरतमंदों तक पहुंचाने पर जोर दिया जाता रहा। इंटरनेट मीडिया पर भी एक-दूसरे को लोग संदेश भेजकर बकरीद पर कुर्बानी बंद मकान में रखने की अपील की गई।

इन बातों से भी बनाएं दूरी : बकरीद अल्लाह को राजी करने के लिए कुर्बानी की जाती है। इसमें से हम बुराईयों को भी छोड़ने का संकल्प लें। फिजूलखर्ची, दिखावा, चुगलखोरी, बड़ों की बेअदबी, छोटों के साथ ज्यादती, माता-पिता की नाफरमानी, हक तलफी न करें, नशाखोरी, जुआखोरी को अलविदा करें। ईद पर दुआ करें कि अल्लाह रब्बुल इज्जत कोरोना महामारी को खत्म करे।

अल्लाह की रजा के लिए कुर्बानी की जाती है। इसमें दिखावा बिलकुल न हो। सफाई का बहुत ज्यादा ख्याल रखना हैं। सड़क और रास्तों पर कुर्बानी न करें। जरूरतमंदों तक कुर्बानी का मीट पहुंचाएं। अल्लाह से दुआ करें कि कोरोना महामारी खत्म हो।

सैयद मासूम अली, शहर इमाम

बकरीद पर सफाई का विशेष ध्यान रखें। बंद जगह पर कुर्बानी करें। कुर्बानी का मीट सड़कों पर फेंके और जरूरतमंदों तक पहुंचाएं। जरूरत से ज्यादा अपने घरों में मीट न रखें। कुर्बानी करते हुए इस बात का पूरा-पूरा ख्याल रखना है कि अपने हमवतन की दिल आजारी न हो।

मुफ्ती मुस्तेजाब हुसैन कदीरी, प्रिंसिपल मदरसा जामिया कदीरिया


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.