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आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति की जांच कराएगा गृह मंत्रालय Rampur News

रामपुर जेएनएन जौहर यूनिवर्सिटी में कस्टोडियन की भूमि (शत्रु संपत्ति) को कब्जामुक्त कराने की शिकायतों पर गृह मंत्रालय गंभीर हो गया है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 24 Jul 2019 02:30 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 03:15 PM (IST)
आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति की जांच कराएगा गृह मंत्रालय Rampur News
आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति की जांच कराएगा गृह मंत्रालय Rampur News

रामपुर, जेएनएन  ।जौहर यूनिवर्सिटी में कस्टोडियन की भूमि (शत्रु संपत्ति) को कब्जामुक्त कराने की शिकायतों पर गृह मंत्रालय गंभीर हो गया है। इस संबंध में पूर्व मंत्री नवेद मियां की शिकायत पर गृह मंत्री अमित शाह ने खुद लिखित में उन्हें जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है तो भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयोजक आकाश सक्सेना की शिकायत पर भी गृह मंत्रालय ने जिलाधिकारी को आदेश दिए हैं।

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शत्रु संपत्ति को खुर्द-बुर्द कर जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल करने का आरोप लगाया

आकाश सक्सेना के साथ मंगलवार को भाजपा नेताओं ने जिलाधिकारी से मुलाकात भी की। जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शत्रु संपत्ति को खुर्द-बुर्द कर जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल करने का आरोप लगाया। कहा कि यूनिवर्सिटी के पास स्थित ग्राम सींगनखेड़ा मझरा आलियागंज में 34.19 एकड़ शत्रु संपत्ति है। सपा सरकार में मंत्री रहते सांसद आजम खां और खुद को वक्फ के मुतवल्ली बताने वाले मसूद अली गुड्डू खां ने सरकारी कागजों में हेराफेरी करके शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर लिया। इसे जौहर यूनिवर्सिटी में मिला लिया।

शत्रु संपत्ति अभिरक्षक लखनऊ ने जिलाधिकारी को कस्टोडियन भूमि का अभिरक्षक बताया

उन्होंने इसकी शिकायत गृह मंत्रालय से की थी। गृह मंत्रालय के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक लखनऊ ने जिलाधिकारी को कस्टोडियन भूमि का अभिरक्षक बताया है। शत्रु संपत्ति का जिलाधिकारी पदेन उप अभिरक्षक होते हैं। ऐसी जमीनों की देखभाल, संरक्षक और नियंत्रण की जिम्मेदारी जिलाधिकारी की होती है। इस जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए जौहर यूनिवर्सिटी द्वारा कब्जा की गई शत्रु संपत्ति को मुक्त कराएं। इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई जाए। आकाश सक्सेना के साथ जिलाधिकारी से मिलने वाले भाजपाइयों में जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अमरीश पटेल, बाकर अली खां आदि भी शामिल रहे।

पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां नवेद मियां ने पहले लिखा पत्र

पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां नवेद मियां ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को तीन जून को पत्र भेजा था, जिसमें जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल शत्रु संपत्ति को अवैध कब्जे से मुक्त कराने की मांग की थी। गृह मंत्री ने उनके पत्र का लिखित जवाब भेजा है। पूर्व मंत्री ने बताया कि जवाब में गृह मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि इसकी जांच कराकर समुचित कार्रवाई कराई जाएगी।

पाक नागरिक बदरूद्दीन कुरैशी की है शत्रु संपत्ति

सांसद आजम खां के विरोधी जिस शत्रु संपत्ति को कब्जा कर जौहर यूनिवर्सिटी में मिलाने का आरोप लगा रहे हैं, वह पाक नागरिक इमामुद्दीन पुत्र बदरुद्दीन कुरैशी की है। बंटवारे के बाद पाकिस्तान जाने वाले नागरिकों की जमीनों को शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया था। तब यहां सींगनखेड़ा में रहने वाले इमामुद्दीन का भी परिवार पाकिस्तान चला गया था। उनकी संपत्ति को सरकार ने शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया था। आरोप है कि सांसद ने वक्फ मुतवल्ली मसूद खां द्वारा साठगांठ कर शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर उसे जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल कर लिया।

सांसद और मसूद अली खां ने सरकारी कागजातों में हेराफेरी करके शत्रु संपत्ति को खुर्द-बुर्द किया

इस संबंध में भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने तीन जुलाई को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से शत्रु संपत्ति के वक्फ में होने और उसके मुतवल्ली से संबंधित जानकारी आरटीआइ से मांगी थी। भाजपा नेता ने बताया कि आरटीआइ से मिली जानकारी के मुताबिक कार्यालय के रिकार्ड में मसूद अली खां किसी भी वक्फ के मुतवल्ली नहीं हैं। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि सांसद और मसूद अली खां ने उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड और उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में सरकारी कागजातों में हेराफेरी करके शत्रु संपत्ति को खुर्द-बुर्द कर लिया है। इस भूमि के कुछ हिस्से पर जौहर विश्वविद्यालय के भवनों और रास्तों का निर्माण करा लिया है। गौरतलब है कि इस संपत्ति का मामला हाईकोर्ट में भी विचाराधीन है। 


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