आजम खां प्रकरण: एसआइटी जांच रिपोर्ट में फंस रहे कई अफसर और लेखपाल Rampur News
लेखपालों द्वारा सपा सरकार में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में भी शासन को रिपोर्ट भेजी गई है।
रामपुर, जेएनएन। एसआइटी की जांच रिपोर्ट में सांसद आजम खां के साथ ही कई अधिकारी और लेखपाल भी फंस रहे हैं। इससे लेखपालों में भी खलबली मच गई है। शिकायत में सांंसद आजम खां के साथ ही कई लेखपालों की भी शिकायत की गई थी। यह शिकायत पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन के पुत्र मुस्तफा हुसैन ने की थी। इसी पर प्रदेश सरकार ने एसआइटी को जांच सौंपी थी। सरकार ने 23 मई 2018 को एसआइटी के आजम खां, जौहर शोध संस्थान व जौहर ट्रस्ट की अनियमितताओं के मामले में जांच के आदेश दिए थे। एसआइटी ने पत्र लिखकर शिकायतकर्ता मुस्तफा हुसैन को लखनऊ भी बुलाया था, इसके अलावा कई बार एसआइटी टीम ने रामपुर आकर जांच की थी। लेखपालों से संबंधित मामले में बयान भी दर्ज किए। इस संबंध में एसआइटी ने लोक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारियों को नोटिस भी दिए और बयान भी दर्ज किए थे।
एसआइटी की टीम ने रामपुर आकर शिकायत में आरोपित ङ्क्षबदुओं की जांच की गई, जिसमें जांच को सही मानते हुए एसआइटी ने अब उत्तर प्रदेश शासन को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। मुस्तफा हुसैन ने बताया कि उन्हे जानकारी मिली है कि एसआइटी द्वारा रामपुर में जौहर शोध संस्थान में चल रहे रामपुर पब्लिक स्कूल की मान्यता फर्जी दस्तावेजों पर दिए जाने की पुष्टि की गई है। साथ ही सपा सरकार में नियमों की अनदेखी कर जमीनों का विनिमय पूर्व मंत्री आजम खां को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया। जिस संबंध में तत्कालीन उपजिलाधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की भी संस्तुति की गई है। लेखपालों द्वारा सपा सरकार में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में भी शासन को रिपोर्ट भेजी गई है। जौहर विश्वविद्यालय के सामने बनी ऊंची दीवार को भी नियम विरुद्ध तरीके से गरीबों पर जुल्म करने के उद्देश्य से मानी गई है। मुस्तफा हुसैन ने बताया कि एसआइटी के अधिकारियों से बात हुई है, जिसमें एसआइटी ने शिकायत को सही मानते हुए उससे संबंधित दस्तावेजों को अपनी आख्या के साथ शासन को सौंप दी है और जल्द ही आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।