नवंबर और दिसंबर में शुभ मुहूर्त, 25 नवंबर से गूंजेगी शहनाई
कोरोना महामारी में काफी लोगों की शादियां टल गईं थीं तो कुछ ने किसी तरह से अपने कार्यक्रम निपटा लिए थे। अब नवंबर और दिसंबर में (शादी की सीमित तिथियां हैं। ऐसे में लोग तैयारियों में जुटे हैं।
सम्भल, जेएनएन। जनपद में कोरोना संकट काल के चलते बीते गर्मी के महीनों में शहनाई नहीं गूंज सकी। मार्च में लाॅकडाउन होने पर तमाम लोगों ने शादी की तिथियां आगे टाल दी थीं। सोचा था कि आगे स्थिति ठीक होगी तो धूम-धड़ाके से करेंगे। ठंड में मौसम भी ठीक रहता है, तो मेहमानों की खातिरदारी करने में दिक्कत नहीं होगी। ठंड में इस बार सहालग बहुत कम हैं। नवंबर व दिसंबर में कुल नौ सहालग हैं।
नए साल में जनवरी से मार्च तक कोई सहालग नहीं है। आगामी 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी है। इसी के साथ शादी-विवाह समेत सभी शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। इस बार अधिकमास होने से देवोत्थान एकादशी लगभग एक महीने देरी से पड़ रही है। सहालग की तिथियां बहुत कम मिल रहींं हैं। गांव राजपुर निवासी पंडित जयंती प्रसाद शर्मा ने बताया कि 25 नवंबर से खूब सहालग है। वैसे भी कोरोना महामारी के चलते तमाम लोगों ने तिथियां आगे बढ़ा दी थीं। ऐसे लोग नवंबर व दिसंबर में ही शादी करने की तैयारी में हैं। इन दोनों महीनों में भी नौ तिथियां शादी के लिए उपयुक्त हैं। उन्होने बताया कि ज्योतिष शास्त्र एक-एक पल की सटीक जानकारी देता है। ग्रह-नक्षत्रों का अध्ययन कर जानकारी दी जाती है। कुछ लोग मनमाने तरीके से शादी-ब्याह और शुभ मुहूर्त की तिथियां निकाल देते हैं, इससे बचना चाहिए। अनावश्यक रूप से निकाली गई तिथियों में शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। अब दो महीने में कुल नौ तिथियां है, जिसमें नवंबर में 25, 27 व 30 को सहालग हैं। दिसंबर में एक, छह, सात, नौ, 10, 11 तिथि हैं।