अब एएसपी करेंगे ठाकुरद्वारा डबल मर्डर की जांच, कातिल के बेनकाब होने की जगी उम्मीद
Thakurdwara double murder पांच माह बाद भी नहीं हो सका डबल मर्डर का पर्दाफाश। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एएसपी के कंधे पर सौंपा भार। आर्यनगर के रहने वाले प्रशांत और उनकी पत्नी मोना वर्मा की 29 जून को देर रात घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी।
मुरादाबाद, जेएनएन। Thakurdwara double murder। पांच माह बाद भी ठाकुरद्वारा डबल मर्डर की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है। यही वजह है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने डबल मर्डर की जांच का दायित्व अब एएसपी अनिल यादव को सौंप दिया है। तेज तर्रार कहे जा रहे एएसपी के हाथ डबल मर्डर का पर्दाफाश होने की उम्मीद बढ़ गई है।
ठाकुरद्वारा कस्बे में आर्यनगर के रहने वाले प्रशांत उर्फ मोहित वर्मा और उनकी पत्नी मोना वर्मा की 29 जून को देर रात घर में घुसकर हत्या कर दी गई। कातिलों ने मोना का गला घोंटा, जबकि धारदार हथियार से गला रेतकर प्रशांत की हत्या की गई। सरेशाम सनसनीखेज घटना प्रकाश में आते ही पूरा कस्बा सहम गया। रिहायशी क्षेत्र में घुसकर डबल मर्डर को अंजाम देने वाले बदमाशों के दुस्साहस से लोगों ने दांतों तले अंगुली दबा ली। यही वजह रही कि आइजी रमित शर्मा, तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक के अलावा एसओजी, फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया था। ठाकुरद्वारा पुलिस का शीघ्र दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करने का आदेश दिया गया। फौरी तौर पर कातिलों की तलाश में पुलिस की पांच टीमों का गठन हुआ। समय का पहिया आगे बढ़ा। दिन के बाद हफ्ते व महीने बीतने लगे। यहां तक कि एसएसपी व सीओ ही नहीं थानेदार तक का तबादला हो गया। फिर भी पुलिस के हाथ खाली रहे। हालांकि पुलिस कातिल को बेनकाब करने की कोशिश में अब तक 50 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। फिर भी कोई परिणाम नहीं निकला। यही वजह है कि एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने डबल मर्डर की मिस्ट्री सुलझाने का दारोमदार अब एएसपी अनिल यादव के हाथ सौंप दिया है।