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अमरोहा सांसद ने संसद में उठाया गन्ना किसानों के भुगतान का मुद्दा Amroha news

गन्ना भुगतान के मामले में मंडल की 11 चीनी मिल जिले के किसानों की कर्जदार हैं। उन पर अभी 223 करोड़ रुपये बकाया है। सबसे अधिक बेलवाड़ा व अगवानपुर चीनी मिल पर बकाया है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 01 Aug 2019 02:46 PM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2019 03:15 PM (IST)
अमरोहा सांसद ने संसद में उठाया गन्ना किसानों के भुगतान का मुद्दा Amroha news
अमरोहा सांसद ने संसद में उठाया गन्ना किसानों के भुगतान का मुद्दा Amroha news

मुरादाबाद। अमरोहा सांसद कुंवर दानिश अली ने संसद में अमरोहा के गन्ना किसानों का दर्द उठाया। साथ ही कॉटन वेस्ट कारोबार की समस्याओं को बताते हुए इनके निदान के लिए सरकार से मांग की। गन्ना भुगतान के मामले में मंडल की 11 चीनी मिल जिले के किसानों की कर्जदार हैं। उन पर अभी 223 करोड़ रुपये बकाया है। सबसे अधिक बेलवाड़ा व अगवानपुर चीनी मिल पर बकाया है। जिला गन्ना अधिकारी का दावा है कि 30 जुलाई तक 85 फीसद भुगतान कर दिया गया है। शेष भुगतान 31 अगस्त तक कर दिया जाएगा। 

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अमरोहा नगर में जलभराव सबसे बड़ी समस्या है। बरसात के दिनों में यहां थोड़ी देर की बारिश में सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। इसके साथ ही नगर में काटन कारोबार की स्थिति भी दयनीय है। बुधवार को सांसद कुंवर दानिश अली ने संसद में प्रश्न पहर के दौरान इन दोनों मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा कि अमरोहा में जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। प्रदेश सरकार ने भी कोई प्रभावी योजना नहीं बनाई है। इसके साथ ही उन्होंने कॉटन कारोबार की बदहाल स्थिति का मुद्दा उठाया। कहा कि कारोबार कम व महंगी बिजली मिलने के कारण बंदी के कगार पर है। कारोबारी व कारखानों में काम करने वाले श्रमिक बदहाल हैं। उन्होंनें केंद्र सरकार से कॉटन कारोबार को गति देने के लिए योजना शुरू कराने की मांग की है। इससे पहले मंगलवार सांसद कुंवर दानिश अली ने गन्ना किसानों के मिलों पर बकाया भुगतान का मुद्दा जोरशोर से उठाया था। उन्होंने पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसानों की आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए शीघ्र भुगतान कराए जाने की मांग की थी। बता दें कि इस बार जिले में 86 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ने की फसल बोई गई थी। एक लाख 56 हजार गन्ना किसान हैं। यह किसान जनपद की तीन तो मंडल की 11 चीनी मिलों को गन्ना बेचते हैं। इन मिलों में वेव शुगर मिल धनौरा, त्रिवेणी शुगर मिल चंदनपुर, द किसान सहकारी मिल गजरौला, राणा शुगर मिल बेलवाड़ा, त्रिवेणी शुगर मिल रानी नागल, त्रिवेणी शुगर मिल मिलक नारायणपुर, राणा शुगर मिल शाहबाद, द किसान शुगर मिल अगवानपुर, डीएसएम शुगर मिल असमौली, डीएसएम शुगर मिल धामपुर व द सहकारी चीनी मिल स्योहारा शामिल हैं। 

किसानों का अभी भी 223 करोड़ बकाया 

पिछले सत्र तक जिले के इन किसानों का शुगर मिलों पर 1312 करोड़ रुपये बकाया था। प्रदेश सरकार की सख्ती के बाद चीनी मिलों ने किसानों का भुगतान शुरू किया तो 30 जुलाई तक 1089 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है। यानी अभी 223 करोड़ रुपये का भुगतान बाकी है। जिला गन्ना अधिकारी प्रेमपाल ङ्क्षसह बताते हैं कि जिले के किसानों का 11 शुगर पर 223 करोड़ रुपये बकाया है। इनमें 123 करोड़ रुपये जिले की तीनों मिलों पर है। जबकि शेष 100 करोड़ रुपये अन्य मिलों पर हैं। कुल बकाये का 85 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। शेष 31 अगस्त तक पूरा कर दिया जाएगा। 

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