भगवान के प्रति भाव रखने वाले प्राणी रहते सदा सुखी: महामंडलेश्वर
मुरादाबाद शुक्रवार को नया मुरादाबाद स्थित महाकालेश्वरधाम में प्राण प्रतिष्ठा हुई।
मुरादाबाद: शुक्रवार को नया मुरादाबाद स्थित महाकालेश्वरधाम में प्राण प्रतिष्ठा हुई। हरिद्वार से आए जीवनदीप पीठाधीश्वर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि ने प्रवचन और प्राण प्रतिष्ठा कराई।
मंदिर के मुख्य द्वार पर भगवान गरुण की मूर्ति स्थापित की गई है। मंदिर के अंदर, तिरुपति बालाजी, पद्मावती, माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित की गई। मंदिर के ऊपर बाहरी ओर 24 कलश स्थापित किए गए हैं। हवन यज्ञ और मंत्रों के उच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम दोपहर तक चला। मंदिर की भव्यता देखने लायक थी। फूल मालाओं से मंदिर को सजाया गया। इस मौके पर दूर-दूर से लोग प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचे और महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरि जी के प्रवचन सुने। यतींद्रानंद गिरि ने कहा कि भौतिक जगत में जो भगवान के लिए स्थान देता है भगवान उसका स्थान स्वर्ग लोक में रिजर्व रखते हैं। भगवान के प्रति भाव रखने व मंदिर और दिल में स्थान रखने वाले जगत के प्राणी सुख समृद्धि पाते हैं। अपने पूर्वजों के लिए भगवान को भौतिक जगत में स्थान देना सबसे बड़ा पुण्य है। ब्राह्मण व साधु को कभी खाली हाथ द्वार से नहीं जाने देना चाहिए जो बन पड़े वह उसको दान दें उसके आशीर्वाद से ही उद्धार संभव है। इस मौके पर ओमसंस परिवार की ओर से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर श्रद्धालुओं में उल्लास दिखा। भंडारे का प्रसाद लोगों ने ग्रहण किया। कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी श्रद्धालुओं को सैनिटाइजर और मास्क भेंट कर मंदिर में प्रवेश कराया गया। ओम संस परिवार के प्रमुख व मंदिर के संस्थापक महेश चंद्र अग्रवाल व महापौर विनोद अग्रवाल ने महामंडलेश्वर यतीन्द्रानंद गिरी का तिलक लगाकर स्वागत किया। प्रिया अग्रवाल, रजनीश अग्रवाल, जितेश कुमार, राजेश निझावन, सचिन राघव, कुशल पाल का सहयोग रहा। मंदिर के पुजारी रवीश पाठक ने व्यवस्थाओं को बनाए रखा।