फिर बिगड़ी शहर की आबोहवा, एक सप्ताह बाद रेड जोन में आया शहर
मुरादाबाद दस दिन की राहत के बाद शहर की आबोहवा फिर प्रदूषण के आगोश में आ गई है। द
मुरादाबाद: दस दिन की राहत के बाद शहर की आबोहवा फिर प्रदूषण के आगोश में आ गई है। दीपावली के दिन रेड जोन में शहर था लेकिन,16 नवंबर से 23 नवंबर तक येलो जोन में आने से शहर की आबोहवा की सेहत दुरुस्त होने लगी थी। सुबह आठ बजे 313 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब प्रदूषण का स्तर पहुंच गया। तेज हवाओं से शहर में पीतल की भट्टियां व ई-कचरा जलाने से निकलने वाला धुंआ सतह से ऊपर जाने के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। मंगलवार शाम को 279 माइक्रो मीटर प्रति क्यूब प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया। बाजारों में बढ़ती भीड़, वाहनों से जाम, ई-कचरा, पीतल की भट्टियों से उठता धुंआ शहर के लिए घातक बना हुआ है। इसके बाद तेज हवाओं से प्रदूषण फुर्र हो गया। 156 पीएम-10 पहुंच गया था। अब 313 पर पहुंचने से दमा, हृदय, शुगर व अन्य रोगियों की परेशानी बढ़ गई है। तेज हवाओं के कारण दीपावली के बाद प्रदेश रेड जोन से मुक्त हो गया था। लेकिन, मंगलवार को प्रदेश के 10 शहर रेड जोन में आ गए हैं। मुरादाबाद प्रदेश में दसवें स्थान पर है।
बढ़ रहीं बीमारियां
शहर लगातार रेड जोन में रहने के कारण कैंसर, दमा, हार्टअटैक और त्वचा संबंधी रोग बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रदूषण के कारण ही सबसे अधिक मरीज त्वचा संबंधी रोगों के पहुंच रहे हैं।
उप्र में रेड जोन में आए शहर
बुलंदशहर 436
गाजियाबाद 431
बागपत 411
ग्रेटर नोएडा 390
मेरठ 386
मुजफ्फरनगर 341
कानपुर 339
नोएडा 339
लखनऊ 338
मुरादाबाद 313