दोहरे हत्याकांड के बाद छावनी में बदला रामपुर का अहमदनगर रोशनबाग गांव
रामपुर के सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के अहमदनगर रोशनबाग गांव में बुधवार रात दो पक्षों के बीच मारपीट और फायरिंग हो गई थी।
मुरादाबाद । रामपुर के सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के अहमदनगर रोशनबाग गांव में बुधवार रात दो पक्षों के बीच मारपीट और फायरिंग हो गई थी। इस खूनी संघर्ष में एक पक्ष के प्रधानपति सहादत अली की गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि दूसरे पक्ष के जय सिंह को गोली मारी गई और उसकी भी मौत हो गई। घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया। जिला अस्पताल में प्रधानपति पक्ष के लोगों ने हंगामा किया। मामला दो सम्प्रदाय से जुड़ा होने पर पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना समेत फोर्स के साथ गांव पहुंचे। रात में ही आइजी मुरादाबाद रमित शर्मा भी आ गए। कई थानों की पुलिस और पीएसी बुला ली। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी तैनात कर दी है।
पुलिस ने दोनों पक्षों के दस लोगों के खिलाफ दर्ज की रिपोर्ट
सिविल लाइन्स थाने में दोनों ओर से घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एक ओर से छह और दूसरी ओर से चार को नामजद किया है। प्रधान पक्ष से म्रतक के भाई हिमायत अली की तहरीर पर झांझन यादव, सोधन यादव, मुन्ना और बादाम सिंह को नामजद किया है। दूसरे पक्ष से गजेंद्र ने हिमायत, अब्बास, राहत, रिफाकत, रईस और शहजादे के खिलाफ रिपोर्ट की है। साथ ही जिनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया है उनके गिरफ्तारी की लिए लगातार प्रयास कर रही है। हालांकि दोनों पक्षों के आरोपित घर से फरार चल रहे है।
बुधवार की रात प्रधान पति की गोली मारकर की गई थी हत्या
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में प्रधान पति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। फायरिंग में उनका भाई घायल हो गया। प्रधानपति की हत्या से गांव में तनाव की स्थिति है। घटना रोशनबाग अहमदनगर जागीर गांव की है। घटना के पीछे चुनावी रंजिश बताई जा रही है। अहमदनगर गांव में रात करीब पौने आठ बजे प्रधानपति सहादत अली का कुछ लोगों से विवाद हो गया। आरोप है कि दूसरे पक्ष के लोगों ने तमंचों से फायरिंग कर दी। इस दौरान प्रधानपति के सीने में गोली लगी और वह जमीन पर गिरकर तड़पने लगे। गोली लगने से उनका भाई सलीम भी घायल हो गया। फायरिंग से गांव में दहशत फैल गई। आवाज सुनकर तमाम लोग जमा हो गए और हमलावरों को दौड़ा लिया, लेकिन वे हाथ नहीं आ सके। उनके परिजन तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने प्रधानपति को मृत घोषित कर दिया। प्रधान पति की हत्या की सूचना मिलते ही अस्पताल में ग्रामीणों का जमघट लग गया। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा किया। अस्पताल में अफरातफरी मच गई। पुलिस अधीक्षक शिव हरी मीणा समेत पुलिस भारी पुलिस फोर्स अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि गांव में भी एहतियात के तौर पर पुलिस तैनात कर दी गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जानकारी मिली है कि सलीम का पांच दिन पहले गांव के झांझन सिंह यादव से विवाद हो गया था। तब अन्य लोगों ने बीच में पड़कर मामला निबटा दिया था। दोनों पक्षों में समझौता भी हो गया था।
चुनावी रंजिश में गई जान
हत्या के पीछे चुनावी रंजिश भी बताई जा रही है। दरअसल, यह गांव करीब दो दशक से न तो नगर पालिका में शामिल था और न ही जिला पंचायत में। यहां न तो सभासद चुना जाता था और न ही प्रधान। पिछले प्रधानी के चुनाव में शासन ने इसे जिला पंचायत में शामिल कर लिया था। तब 20 साल बाद यहां प्रधानी का चुनाव हुआ, जिसमें सहादत अली की पत्नी चुनाव जीती थीं। झांझन सिंह भी चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गया था। मृतक प्रधानपति सहादत अली भारतीय किसान यूनियन अम्बावता के प्रदेश प्रवक्ता भी थे। संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हनीफ वारसी ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है।