बाराबंकी में बस दुर्घटना के बाद यूपी रोडवेज की आय में अचानक हो गई बढ़ोतरी, कैसे हुआ ये जानने के लिए पढ़ें रिपोर्ट
UP Roadways News बाराबंकी बस दुर्घटना के बाद रोडवेज की आय कैसे बढ़ गई यह सुनकर जरूर अटपटा सा लगता है लेकिन यह सच्चाई है। दुघर्टना के बाद चेकिंग शुरू हो गई है और डग्गमार बसों का चलना कम हो गया है।
मुरादाबाद, [प्रदीप चौरसिया]। UP Roadways News : बाराबंकी बस दुर्घटना के बाद रोडवेज की आय कैसे बढ़ गई, यह सुनकर जरूर अटपटा सा लगता है, लेकिन यह सच्चाई है। दुघर्टना के बाद चेकिंग शुरू हो गई है और डग्गमार बसों का चलना कम हो गया है। रोडवेज की बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ जाने से मुरादाबाद मंडल में प्रतिदिन दस लाख से अधिक की अतिरिक्त आय हो रही है।
पिछले दिनों बाराबंकी के पास प्राइवेट बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिसमें कई यात्रियों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया और मामले की जांच के आदेश दिए थे। जांच में पाया गया कि दुर्घटनाग्रस्त बस डग्गामार थी। जिसने परिवहन विभाग के अधिकारियों से साठगांठ कर बस में सीट की संख्या बढ़ा ली थी। इस मामले में रामपुर में तैनात रह चुके आरआई चंपा लाल को निलंबित कर दिया गया था।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी, सभी परिवहन अधिकारी व रोडवेज के अधिकारियों को आदेश दिया कि संयुक्त रूप से डग्गामार बसों के खिलाफ अभियान चलाया जाए। अभियान की मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। इसके बाद प्रदेश भर में डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
मुरादाबाद मंडल में प्रतिदिन औसत दस डग्गामार बसें पकड़ी जा रही है और कार्रवाई की जा रही है। सबसे अधिक डग्गामार बसें दिल्ली से मुरादाबाद, हल्द्वानी, रामनगर, बरेली, शाहजहांपुर और मुरादाबाद से सहारनपुर व हरिद्वार के लिए चलती हैंं। डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलते ही रोडवेज की बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। अभियान के पहले मुरादाबाद मंडल में रोडवेज प्रबंधन को प्रतिदिन 73 लाख रुपये राजस्व मिलता था। जिसमें रोडवेज को प्रतिदिन दो लाख रुपये का घटा हो रहा था। रोडवेज मुख्यालय ने घाटे को कम करने का आदेश दिया था।
छपामार अभियान चलते ही रोडवेज का राजस्व बढ़कर प्रतिदिन 83 लाख रुपये हो गया। यानी मंडल में रोडवेज को आठ लाख रुपये प्रतिदिन अतिरिक्त लाभ होने लगा। अभियान के पहले रोडवेज की बसों में 1.70 लाख यात्री सफर करते थे, अब यात्रियों की संख्या बढ़कर 1.95 लाख हो गई है। क्षेत्रीय प्रबंधक अतुल जैन ने बताया कि बाराबंकी बस दुर्घटना के बाद डग्गामार बसों की चेकिंग की जा रही है। जिससे रोडवेज में यात्रियों की संख्या काफी बढ़ गई है। यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण बसों का फेरा भी बढ़ा दिया गया है।