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अंतिम संस्कार के लिए अपनों का इंतजार करती रही एक लाश Moradabad News

आज के दौर में रिश्ते अपनी पहचान खोते जा रहे रहे हैं। मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में सूचना मिलने के बाद भी परिवार के लोग लाश का अंतिम संस्कार करने नहीं पहुंचे।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 09:10 AM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 06:40 PM (IST)
अंतिम संस्कार के लिए अपनों का इंतजार करती रही एक लाश  Moradabad News
अंतिम संस्कार के लिए अपनों का इंतजार करती रही एक लाश Moradabad News

मुरादाबाद, जेएनएन। सप्ताभर पूर्व सड़क हादसे में घायल चालक अस्पताल में अपनों का इंतजार करता रहा लेकिन कोई नहीं पहुंचा। घर के चंद किमी दूर स्थित अस्पताल में उसकी मौत हो गई। परिवार के लोगों को सूचना भी दी गई लेकिन बावजूद इसके कोई नहीं पहुंचा। परिवार के लोगों के होने के बावजूद उसे लावारिस मौत मिली। दोस्त शव लेकर घर पहुंचे। वहां चंदा जुटाकर अंतिम संस्कार किया गया। 

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यह है पूरा मामला 

ठाकुरद्वारा के मुहल्ला बंजारान निवासी अनुज कुमार पुत्र घनश्याम सिंह आठ फरवरी की शाम काशीपुर चुंगी पर ट्रक और बस की भिड़ंत में घायल हो गए थे। इसमें ट्रक चालक सतीश कुमार पुत्र मित्रपाल सिंह निवासी ग्राम सिहारी लद्दा थाना बिलारी की मौके पर मौत हो गई थी। अनुज को उत्तराखंड के काशीपुर स्थित संजीवनी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन भर्ती कराने के बाद अनुज की तीमारदारी करने न ही परिजन पहुंचे और न ही बस मालिक पहुंचा। एक दो दोस्त पहुंचे तो अस्पताल में उपचार का खर्च सुनकर किनारा कर लिया। अस्पताल में सामान्य उपचार के साथ डाक्टर परिजनों के पहुंचने का इंतजार करते रहे। डाक्टरों के अनुसार अनुज के पैर में फ्रैक्चर के साथ पेट में भी घाव थे। उसको नियमित रूप सेे दवाई दी गई, लेकिन जान नहीं बच सकी। सोमवार को अनुज की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने शव उत्तराखंड पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। आखिर में चालक-परिचालक दोस्त को शव सौंप दिया गया। शव लेकर दोस्त घर पहुंचे। नहटौर निवासी बहन रागनी और सहारनपुर निवासी बहन शीतल को सूचना दी गई, लेकिन दोनों बहन भी भाई की मौत पर नहीं पहुंची। शव के अंतिम संस्कार का सवाल उठा तो पड़ोसियों ने चंदा कर शव का अंतिमसंस्कार किया। 

आठ फरवरी को अस्पताल में हुआ था भर्ती

आठ फरवरी की रात अनुज को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसको गंभीर चोट थी। अस्पताल में उसने अपना नाम सिर्फ अनुज बताया था। पिता का नाम भी नहीं बता सका था। उसका डाक्टरों ने उपचार किया, लेकिन कोई परिवार का सदस्य तीमारदारी के लिए नहीं पहुंचा। रविवार रात अनुज की मौत हो गई।

-मुकेश चावला, एमडी, संजीवनी हॉस्पिटल , काशीपुर 

ट्रक चालक की हो गई थी मौत 

काशीपुर चुंगी के पास आठ फरवरी की रात बस और ट्रक की टक्कर हुई थी। इसमें ट्रक चालक की मौत हो गई थी। पुलिस के पहुंचने पर बस चालक मौके पर नहीं था। ट्रक स्वामी की ओर से बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। 

-सत्येंद्र सिंह पंवार, कोतवाल, ठाकुरद्वारा 

पिता की भी हादसे में हो चुकी है मौत 

अनुज कुमार के पिता घनश्याम सिंह भी चालक थे। उनकी मौत हो चुकी है। परिवार मकान बेचकर काशीपुर में चला गया था। जहां पर अनुज ने शादी की थी, लेकिन पत्नी छोड़कर चली गई थी। उसका भाई भी कहीं चला गया है। बहन रागनी नहटौर और शीतल सहारनपुर में ब्याही है। परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा।

-धर्मेंद्र कुमार पाल, मुहल्ला बंजारान, ठाकुरद्वारा 


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