हेपेटाइटिस से बचाव के लिए संतुलित और शाकाहारी भोजन जरूरी, इन चीजों का रखना होगा ध्यान
विश्व की जनसंख्या के एक तिहाई लोग हेपेटाइटिस वायरस से संक्रमित है। हेपेटाइटिस वायरस का संचरण संक्रमित रक्त या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में जाने से होता है।
अमरोहा, जेएनएन। हेपेटाइटिस वायरस के कारण होने वाली एक संक्रामक बीमारी है। यह बीमारी मनुष्य के लीवर को भी संक्रमित करती है। इसके कारण लीवर में सूजन और जलन पैदा होती है। हेपेटाइटिस यकृत की सूजन है, जिसे यकृत के ऊतकों में सूजन वाली कोशिकाओं की मौजूदगी से पहचाना जाता हैं। चिकित्सकों ने इससे बचने के लिए लोगों को शाकाहारी संतुलित आहार वाला भोजन खाने की सलाह दी है।
संचारी रोग नियंत्रण नोडल अधिकारी डॉ. नेमी ने बताया विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को हेपेटाइटिस के लिए जागरूक करना है। जागरूकता के अभाव में लोग समय पर हेपेटाइटिस का टीका नहीं लगवाते हैं। इस कारण यह बीमारी बढ़ती जाती है और एक खतरनाक रूप धारण कर लेती है। इससे विश्व में प्रत्येक साल करीब 14 लाख लोगों की मृत्यु होती है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस पांच प्रकार के होते हैं। हेपेटाइटिस- ए, बी, सी, डी और ई।
हेपेटाइटिस के लक्षण
हेपेटाइटिस के मुख्य लक्षण में व्यक्ति की आंखें और शरीर का रंग पीला पड़ने लगता है। संक्रमण की मुख्य पहचान पीलिया, सफेद या काले दस्त, अतिसंवेदनशील त्वचा, भूख मिट जाना, अपच और उल्टी, पेट में दर्द, पेट में सूजन, थकान जैसे लक्षण है।
हेपेटाइटिस से बचाव
हेपेटाइटिस, मानसून के दौरान अधिक फैलता है, इसलिए इस मौसम में तैलीय, मसालेदार, मांसाहारी और भारी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। इस बीमारी से बचने के लिए शाकाहारी आहार, ब्राउन राइस, हरी पत्तेदार सब्जियां, विटामिन सी युक्त फल, पपीता, नारियल पानी, सूखे खजूर, किशमिश, बादाम और इलायची का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए।