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किसानों के खातों में 50 करोड़ पहुंचे, खिले चेहरे

जासं मुरादाबाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाज

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Dec 2020 05:11 AM (IST)Updated: Sat, 26 Dec 2020 05:11 AM (IST)
किसानों के खातों में 50 करोड़ पहुंचे, खिले चेहरे
किसानों के खातों में 50 करोड़ पहुंचे, खिले चेहरे

जासं, मुरादाबाद: शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर किसानों के खाते में सम्मान निधि भेजी। जिले के किसानों के खाते में भी सम्मान निधि के 50 करोड़ रुपये से अधिक पहुंचे। किसानों के पंचायत भवन और ब्लॉक मुख्यालय से निकलते ही पैसे खातों में पहुंचने का मैसेज आया तो चेहरे खिल उठे।

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जिले में दो लाख 51 हजार 799 किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। यह संख्या बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को छुट्टी के दिन भी किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की धनराशि पहुंच गई। लोदीपुर गांव के किसान जबर सिंह ने बताया कि उनके खाते में 1:57 बजे किसान सम्मान निधि की रकम आई। इसके अलावा उनके गांव के संजय सिंह, पंकज कुमार और फत्तेहपुर विश्नोई गांव के अखिलेश कुमार ने बताया कि उनके खातों में भी किसान सम्मान निधि की धनराशि पहुंच गई है। गेहूं की बुवाई का समय है। इस समय मिली धनराशि किसान के लिए बेहद लाभदायक होगी।

कृषि कानूनों से खुला बाजार मिलने पर तो किसानों को लाभ ही होगा। कुछ सियासी लोगों के बहकावे में आकर हरियाणा और पंजाब के किसान दिल्ली बार्डर पर धरना दे रहे हैं।

आबिद हुसैन प्रधानमंत्री देश को विकास की ओर ले जाने के लिए काम कर रहे हैं। कृषि कानून बनाने के पीछे भी यही मंशा है। लेकिन, कुछ लोग बिना वजह सियासत कर रहे हैं।

देवेंद्र सिंह किसी सरकार ने किसानों के बारे में इतना नहीं सोचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि देकर किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया है। अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।

राजपाल सिंह

विरोधियों द्वारा किसानों को डराया जा रहा है कि पीएम मोदी ने उद्योगपतियों के हाथ किसानों की जमीन को गिरवीं रखवाने के लिए कानून बनाए हैं। ऐसा कुछ नहीं है। यह सब अफवाह है।

रामप्रसाद केंद्र सरकार ने किसानों को हर साल छह हजार रुपये सम्मान निधि देकर हौसला बढ़ाया है। इसके अलावा तीन कृषि कानून बनाकर फसलों को कहीं भी बेचने की आजादी देने का काम किया है।

हाजी दिलशाद

किसानों से बातचीत के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए। उन्हें तीनों कृषि कानूनों के फायदे समझाकर आश्वस्त करना भी सरकार की जिम्मेदारी है। इसे लेकर किसान भी संयम बरतें

मुशाहिद हुसैन


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