आपरेशन कायाकल्प में 48 स्कूल बनेंगे स्मार्ट, विधानसभा चुनाव से पहले जारी हो जाएंगे कार्य के आदेश
बेसिक शिक्षा परिषद के 48 स्कूलों को स्मार्ट बनाया जाएगा। डिजिटल बोर्ड पर पढ़ाई फर्नीचर फर्श जर्जर भवन की मरम्मत सीसी टाइल्स रंगाई-पुताई टूटे खिड़की दरवाजे जर्जर बालक-बालिका के स्मार्ट शौचालय किचिन बिजली की फिटिंग पंखे पानी हैंडवाश सिस्टम दुरुस्त होंगे।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। वर्ष 2022 शिक्षा क्षेत्र में भी उम्मीद की नई किरण जगाएगा। आपरेशन कायाकल्प के तहत बेसिक शिक्षा परिषद के 48 स्कूलों को स्मार्ट बनाया जाएगा। 60 करोड़ रुपये से इन स्कूलों को स्मार्ट बनाने का काम जनवरी में शुरू हो जाएगा और छह महीने में इनमें होने वाले कार्यों को पूरा करना है। इससे पहले बेसिक शिक्षा परिषद के 24 स्कूलों को और स्मार्ट बनाया जा चुका है। लेकिन, यह आपरेशन कायाकल्प योजना से अलग हुए हैं। इन स्कूलों की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मंजूर हो चुकी है। विधानसभा चुनाव से पहले स्कूलों को स्मार्ट बनाने को कार्य आदेश जारी हो जाएगा।
परिषदीय विद्यालयों में अधिकांश गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं। जिनको पब्लिक स्कूलों की तरह माहौल मिलेगा। इन स्कूलों को स्मार्ट बनाने का कार्य राजकीय निर्माण निगम करेगा। इनमें डिजिटल बोर्ड पर पढ़ाई, फर्नीचर, फर्श, जर्जर भवन की मरम्मत, सीसी टाइल्स, रंगाई-पुताई, टूटे खिड़की दरवाजे, जर्जर बालक-बालिका के स्मार्ट शौचालय, किचिन, बिजली की फिटिंग, पंखे, पानी, हैंडवाश सिस्टम दुरुस्त होंगे।
यह स्कूल हुए स्मार्ट : प्राइमरी स्कूल मानपुर, प्राइमरी स्कूल फैजगंज, प्राइमरी स्कूल आदर्श नगर, प्राइमरी स्कूल पूर्वी कन्या कटघर, प्राथमिक स्कूल पटेल नगर, कम्पोजिट स्कूल सोनकपुर, कंपोजिट स्कूल कटार शहीद, प्राथमिक स्कूल मिलक मुकर्रबपुर, प्राथमिक स्कूल प्राथमिक स्कूल मैनाठेर, प्राथमिक स्कूल शाहपुर तिगरी, प्राथमिक स्कूल भीमाठेर, प्राथमिक स्कूल झांझनपुर, प्राथमिक स्कूल कुंदनपुर, कम्पोजिट विद्यालय मुफ्ती टोला, कंपोजिट विद्यालय लोदीपुर, पुलिस लाइन, कंपोजिट स्कूल दांग, कंपोजिट स्कूल लाकड़ी फाजलपुर, कंपोजिट स्कूल मझोला, जूनियर हाईस्कूल मऊ, कन्या जूनियर हाईस्कूल कुंदनपुर, कस्तूरबा स्कूल जीआइसी, प्राइमरी स्कूल कटघर पूर्वी बालक, प्राइमरी स्कूल भटावली, प्राइमरी स्कूल भीमाठेर, प्राइमरी स्कूल ढक्का लाइनपार, प्राइमरी स्कूल गांधी पार्क सिविल लाइन, प्राइमरी स्कूल काजीपुरा, प्राइमरी स्कूल कन्या दांग, प्राइमरी स्कूल कुंदनपुर लाइनपार, प्राइमरी स्कूल सराय गुलजारीमल, प्राइमरी स्कूल शाहपुर तिगरी, प्राइमरी स्कूल शिकंदरपुर तिगरी, कम्पोजिट स्कूल तहसील चौकी हसन खां समेत अन्य स्कूल भी स्मार्ट होंगे।
तख्ती से स्लेट और अब डिजिटल बोर्ड तक पहुंची शिक्षा : तख्ती, स्लेट से लेकर ब्लैक बोर्ड और अब डिजिटल बोर्ड तक शिक्षा पहुंच चुकी है। तकनीकी का युग है तो परिषदीय स्कूलों को भी इससे जोड़ना जरूरी है। डिजिटल बोर्ड पर चलचित्र के माध्यम से जो पढ़ेंगे वह लंबे समय तक बच्चों को याद रहेगा। नगर क्षेत्र के स्कूलों में ब्लैक बोर्ड थे लेकिन, आपरेशन कायाकल्प के तहत यह ब्लैक बोर्ड भी विलुप्त हो जाएंगे। गुजरे जमाने को याद करें तो स्याही से हाथ-मुंह रंग जाते थे और ब्लैक बोर्ड पर सफेद चाक से लिखने और मिटाने से इसके कण कक्षा में उड़ते रहते थे। अब अब स्मार्ट कक्षा में डिजिटल बोर्ड पर सुनकर पढ़ लिख सकते हैं। परिषदीय स्कूलों में यह बदलाव नगर क्षेत्र से होने लगा है। हालांकि अभी करीब 1500 स्कूल हैं। डिजिटल बोर्ड का शुभारंभ नगर क्षेत्र में स्मार्ट सिटी योजना के तहत इनका कायाकल्प हो रहा है।
स्मार्ट सिटी में आपरेशन कायाकल्प के तहत कुल 48 परिषदीय स्कूलों को स्मार्ट बनाया जाएगा। यह पहले चरण में हुए 24 स्कूलों से अलग हैं। स्कूलों का चयन हो गया है। शीघ्र ही इनका निर्माण कार्य शुरू होगा।
संजय चौहान, सीईओ, स्मार्ट सिटी